'उभरते सितारे' में 'छोटी छोटी खुशियां'
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नागपुर। नवोदित प्रतिभाओं को समर्पित, विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन का सदाबहार उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत 'छोटी छोटी खुशियां' विषय पर बच्चों के लिए उद्देश्यपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें, अतिथि के रूप में सुपरिचित एॅडवोकेट भूपेंद्र सोने उपस्थित थे। इनका स्वागत संयोजक युवराज कुमार ने किया।
अपने संबोधन मे भूपेंद्र सोने ने बच्चों को बताया कि, दृढ़ निश्चय और योग्य समय योग्य निर्णय लोगे तो जीवन में सफलता जरूर मिलेगी। चाहे कितनी भी कठिनाई आए, अपने निर्णय पर अटल रहते हुए क्या करना है यह ध्येय, उद्देश्य लेकर अपने लक्ष्य को केंद्रित करते हुए आगे बढ़ते रहो।
यह उन्होंने शिवबा - ज्योतिबा - बाबा जैसे महापुरुषों के उदाहरण द्वारा छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से समझाया। क्या करना है कैसे करना है इसे स्वीकार करने का प्रयत्न करो, तभी सफलता के साथ खुशियां मिलेगी।
कार्यक्रम में 'छोटी छोटी खुशियां' विषय पर सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने शुरुआत में प्रस्तावना रखीं। जिसमें उन्होंने विस्तारपूर्वक खुशियों की व्याख्या की। तत्पश्चात, बच्चों ने अपनी कला की सुंदर प्रस्तुतियों से मन मोह लिया।
जिसमें, मृणाल तेलरांधे, पुलस्त्य तरारे, लीला पवार, मीनाक्षी केसरवानी, वैशाली गायकवाड, किमया नन्हई और वंशिका नाईक के गीतों ने समां बांध दिया। आराध्या मोहतुरे और संपूर्णा रेमंडल ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी।
आर्या संदीप भोंगाडे ने अपनी स्टॅडिंग काॅमेडी से सबको हंसाया और साथ में मानवता का संदेश भी दिया। एकल एकांकी रमाई की सुकृति कुमुद घोडेस्वार ने शानदार हृदयस्पर्शी प्रस्तुति दी।
बच्चों की कलात्मक सृजनता को डाॅ. शालिनी तेलरंधे, कुलदीप भूपेंद्र सोने, वैशाली नाईक, मोनिका विकास रेमंडल, नंदिनी सुदामल्ला, लक्ष्मी घनश्याम नन्हई आदि ने बहुत सराहा।
कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया। तथा, सभी उपस्थित सुधिजनों, कलाकारों और दर्शकों का आभार संयोजक युवराज कुमार ने व्यक्त किया।