'उभरते सितारे' में 'श्रम का महत्व'
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नागपुर। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नव प्रतिभाओं को समर्पित लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत 'श्रम का महत्व', विषय पर जानकारी और मनोरंजन से भरपूर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें, महाराष्ट्र गांधी स्मारक निधि के सचिव सुनील पाटिल एवं श्रेश्री म्यूजिक एकेडमी की निर्देशिका श्रीमती पारोमिता राय अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इनका स्वागत संयोजक युवराज चौधरी और सह संयोजिका वैशाली मदारे ने किया।
अपने संबोधन में सुनील पाटील ने 'श्रम का महत्व' विषय पर विस्तार पूर्वक समझाया। तत्पश्चात, बच्चों ने एक से बढ़कर एक मनमोहक नृत्य और गीतों को प्रस्तुत कर समां बांध दिया। जिसमें, किमया नन्हई, स्वरा भुतडा, सुमित चक्रे, शहजाद आलम, सुरभि भुतडा, दीबिज मेश्राम, अनुराग सरदार, भव्या अरोरा, मृणाल तेलरांधे, आरोही मलकवडे, मिहिका खोत, जानवी तामगडे और पारोमिता रॉय ने शानदार गीत सुनाए।
तन्मय कुंडे ने गिटार, कीबोर्ड शिखा पाटील तथा सामुहिक तबला वादन रोहन पाटिल, सारीश कारगांवकर, तनिश गोतमारे, सार्थक लाल, लक्ष सीरिया, यदनेश कोहळे ने पेश किया। बहारदार नृत्य कु. एशिता वानखेडे, संस्कृति डाहाके, देवयानी धोत्रे, संम्पूर्णा रेमंडल, विधी जौंजाड, देवांशी पटनायक, हरशिका सहारे, आद्या भिसे, हिमांशी सहारे, कल्याणी बागडे ने प्रस्तुत कर मन मोह लिया।
बच्चों की कलात्मक सृजनता को डा. संजय उत्तरवार, डॉ. शालिनी तेलरांधे, लक्ष्मी घनश्याम नन्हई, मीनाक्षी केसरवानी, सिद्धार्थ कोचे, लीला पवार, कविता रितेश मलकवडे, कृष्णा कपूर, योगीता तरारे, मोनिका विकास रेमंडल, आनंद डोंगरे, आशा वेदप्रकाश अरोरा, देवस्मिता मानस पटनायक, सीमा लूहा, बाबा खान आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर और कृष्णा कपूर ने सहयोग किया।
कार्यक्रम का संचालन सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया। तथा, सभी उपस्थित सुधिजनों, कलाकारों और दर्शकों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।