विशेष व्याख्यान एवं महफिल ए मुशायरा
https://www.zeromilepress.com/2023/02/blog-post_34.html
नागपुर। उर्दू राष्ट्रीय एकता की भाषा है इसका जन्म भारत में हुआ इसे परवान चढ़ाने में सभी धर्म के लोगों का हाथ रहा है उर्दू भाषा हमारी भारतीय संस्कृति में हमारे खून में रची बसी है यह बात राष्ट्रसंत टुकड़ोंजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय उर्दू विभाग की ओर से आयोजित विशिष्ट व्याख्यान में माननीय प्रोफेसर संजय दूधे कुलगुरू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा।
सह अभ्यास गतिविधियों के अंतर्गत 25 फरवरी 2023 को उर्दू विभाग की ओर से एक विशिष्ट व्याख्यान विषय :"उर्दू साहित्य की नई दिशाएं "का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में मशहूर उर्दू इतिहासकार शोधकर्ता एवं कवि डॉक्टर शरफुद्दीन साहिल उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम का प्रस्ताविक भाषण उर्दू विभाग प्रमुख डॉक्टर संतोष गिरहे जी ने दिया जिसमें उन्होंने सह अभ्यास गतिविधियों का महत्व बताया कि किस तरह या छात्र और छात्राओं के व्यक्तित्व को निखार ता है और उनके कौशल्य को सवारने में सहयोगी सिद्ध होता है इस कार्यक्रम के मार्गदर्शक एवं विशेष उपस्थिति के रूप में डॉ श्याम राव कोरेटी उपस्थित थे उन्होंने इस अवसर पर उर्दू भाषा की शीरीनी एवं मिठास की बात की और यह भी बताया किस तरह अलग अलग प्रांत में भाषाओं का लहजा बदलता है
इस विशिष्ट व्याख्यान मे शरफुद्दीन साहिल साहब ने बताया कि उर्दू एक आधुनिक भाषा है जमाने के उतार-चढ़ाव को अपने अंदर समोने की बेपनाह ताकत रखती है विषय के अनुसार उन्होंने बताया कि उर्दू किस प्रकार नई नई दिशा में सफर करती रही कभी महबूब की जुल्फों के साय में खेली तो कभी सूफी संतों के हुजरे में ठहरी और जब वक्त बदला तो वहां से निकल कर अदब बराय जिंदगी बनकर सामने आई जमाने के वर्क के साथ कभी फितरत की तर्जुमान रही तो कभी अरवलाकीयात का दर्स बनकर लोगों के दिलों पर काबिज रही तो कहीं अपनी शख्सियत का इजहार रूमानी अंदाज में करती नजर आई तो कभी मजदूर का हथियार साबित हुई इस प्रकार उर्दू भाषा भिन्न-भिन्न दिशाओं में सफर करते हुए आज के डिजिटलाइजेशन युग में समय के साथ खड़ी है इस कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर समीर कबीर तथा आभार प्रदर्शन डॉक्टर अस्मत कौसर ने किया।
इस कार्यक्रम के बाद एक महफिल ए मुशायरा सजाई गई जिस में शहर नागपुर के मशहूर मारूफ शायरों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का दिल जीता जिसमें श्री नईम नासिर, श्री अजहर हुसैन, श्री कुणाल दानिश, श्रीमती मधु गुप्ता श्रीमती स्वाति साहनी, श्री समीर कबीर, श्रीमान शरफुद्दीन साहिल आदि शॊराय कराम उपस्थित थे इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर समीर कबीर, डॉक्टर शाइस्ता तबस्सुम, डॉक्टर असमत कौसर, डॉक्टर सबीहा खुर्शीद डॉक्टर सुमैया अफसान डॉक्टर तरन्नुम नियाज डॉ मेहर यासमीन मोहतरमा गुल्फी शा अंजुम ,मोहतरमा सना बानो और छात्र-छात्राओं ने प्रयास किया।