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माता पिता पूज्यनीय व वंदनीय है : प्रताप मोटवानी


पाश्चात्य कल्चर के वेलेंटाइन डे का बहिष्कार कर भारतीय संस्कृति में मातृ पितृ पूजन दिवस मनाया

नागपुर। पाश्चत्य जगत की नकल कर वेलेंटाइन डे की जगह पर भारतीय संस्कृति की रक्षा हेतु व ऋषि परंपरा के अनुसार 14 फरवरी 2023 को राजकुमार केवलरमानी सिंधु उच्च प्राथमिक शाला की ओर से स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ विधिवत माता पिता पूजन दिवस माननीय श्री प्रताप मोटवानी (विश्व सिंधी सेवा संगम के अंतराष्ट्रीय कार्यकारी सचिव) के मुख्य आतिथ्य, प्रा विजय केवलरामानी (महाविद्यालय प्रबंधन के अध्यक्ष) की अध्यक्षता, श्रीमती नीलम आहुजा (प्राचार्या राजकुमार केवलरामानी कनिष्ठ महाविद्यालय), श्रीमती रशमी वाधवानी (प्रधानध्यापिका राजकुमार केवलरमानी सिंधु उच्च प्राथमिक शाला) की प्रमुख उपस्थिती में संपन्न हुआ।
           
कार्यक्रम के मुख्य अतिथी श्री प्रताप मोटवानी ने कहा कि आज के इस आधुनिक युग में पाश्चात्य कल्चर में आम आदमी अपनी संस्कृति व संस्कारो के महत्तव को अनदेखा कर रहा है। हमारी संनातन हिंदु संस्कृति मे माता- पिता को भगवान का दर्जा दिया गया जो अपनी संतान का निस्वार्थ भाव से अपनी संतान से सात्विक प्यार करते है इसलिए माता - पिता पूज्यनीय व वंदनीय है। आदिकाल में भी मर्यादा पुरुषोत्तम राम भी प्रात: उठने पर अपने माता-पिता को प्रणाम करते थे।

प्रा विजय केवलरामानी ने कहा कि आज के इस वैज्ञानिक व आधुनिक युग में हमारे बच्चे बडो का आदर करना, शिष्टाचार व नैतिक मुल्यों को भुल गए है अत: माता –पिता द्वारा अपनी संतान के उत्पति से उनके जीवन यापन व एक अच्छी जिंदगी देने के लिए गए बलिदानों को सम्मान देने के लिए तथा अपने बच्चों मे अच्छे संस्कार देने के लिए मातृ - पितृ पूजन दिवस प्रत्येक घर में मनाना चाहिए क्योकि संस्कारी व्यक्तित्व ही समाज में आदर्श स्थापित कर सफल बनता है। 

श्रीमती नीलम आहुजा ने सभी अपने छात्रों को स्कूल आने के पूर्व अपने माता पिता का आर्शिवाद लेकर आने को कहा। उनके आशीर्वाद से ही बच्चे अपना भविष्य उज्वलमय बना सकते है।
श्रीमती रशमी वाधवानी ने कहा कि आज इस पावन पर्व पर सभी लोग बेहद भावुक हो गए। ऐसा भारतीय संस्कृति से बच्चों और अभिभावकों के पूजन का पर्व पहिली बार देखने का अवसर मिला है। 

रामसुखभाई ने बच्चों से माता पिता का विधिवत पूजा अर्चना करवाई, सर्वतिथमयी माता, सर्वदेवनमयः पिता, माता पिता को तिलक लगा कर नमन करवाना, आशीर्वाद लेकर गले लगाना, गणेशजी के समान परिक्रमा करना, और अंत में मुंह मीठा करना मातृ पितृ पूजन दिवस मनाया गया,

कार्यक्रम का प्रांरभ सर्वप्रथम अतिथियों ने माता सरस्वती और झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया। कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती हर्षा वाधवानी व आभार प्रदर्शन श्रीमती जया टहलरामानी ने किया। 
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