अंगारक योग और तिलकुंद चतुर्थी पर गणेश मंदिरों में उमड़ा उत्साह
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नागपुर (आनन्दमनोहर जोशी)। मंगलवार को अंगारक योग को नववर्ष की प्रथम पौष माह की चतुर्थी आने से महत्त्व दोगुना हो गया है. इसे अंगारक और तिलकुंद चतुर्थी के रूप में मनाया गया. शहर के सीताबर्डी, महल, जगनाथ बुधवारी, शुक्रवारी स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं का दर्षनार्थ सुबह, दोपहर, शाम, रात्रि तक तांता लगा रहा.
सुबह मंदिर के गर्भगृह में श्रीगणेशजी का स्नान कराया गया. सिन्दूर लेपन, मुकुट, आकर्षक पोशाक से श्रृंगार किया गया. यजमान श्यामसुन्दर अग्रवाल के हाथों महापूजन, अभिषेक,अर्चना, आरती की गई. राजभोग में तिल के लड्डुओं का भोग अर्पित किया गया। दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. आयोजन की सफलतार्थ अध्यक्ष विकास लिमये, उपाध्यक्ष माधव कोहली, सचिव श्रीराम कुलकर्णी, सहसचिव अरुण व्यास, कोषाध्यक्ष दिलीप शाहकार, किसन गोपाल गांधी, लखीचंद ढोबले, हरि लक्ष्मण भालेराव, संजय जोगळेकर ने प्रयास किया.
महल सुबह श्रीगणेशजी का अभिषेक पंडित बालकृष्ण बोक्शे, दुर्गेश चौबे के द्वारा मंत्रध्वनि के बीच किया गया. सुबह से शाम 2100 किलोग्राम तिलगुड़ बर्फी का प्रसाद भक्तों को वितरण किया गया.
आयोजन की सफलार्थ दिलीपभाई मेवावाला, अशोक गुप्ता, अतुल नाइक, लखमीचंद हरद्ववानी, दिवाकर दोरने, श्रीकांत गढ़वे, शैलेंद्र जायसवाल, गोविंद जायसवाल, सुरेश गुप्ता, मनीष तिवारी, गौरीशंकर गुप्ता, अजय कामनानी ने सफलतार्थ प्रयास किये.
जागनाथ बुधवारी श्रीगणेशजी का पंडित जोशी के हाथों अभिषेक किया गया. विशेष सोहले से श्रृंगार किया गया. दिन, दोपहर, शाम, रात्रि भक्तगणों का दर्शनार्थ तांता लगा रहा.