जानलेवा नॉयलॉन मांजे से ज़ख्मी श्वान को रतूड़ी ने दिया जीवनदान
रतूड़ी ने अपनी गाड़ी रोककर पास की दुकान से बिस्किट के कुछ पैकेट साथ लेकर उस जख्मी मादा श्वान का आवाज देकर पीछा किया मगर श्वान वहीं पास में एक निर्माणाधीन भवन में घुस गई। रतूड़ी पीछे पीछे उस श्वान को ढूंढते हुए घर में घुस गए और एक निर्माणाधीन कमरे में उसके साथ उसके पांच नन्हे बच्चे दिखाई दिए जो कि आपस में नायलॉन मांजे में उलझे हुए थे।
रतूड़ी ने बड़ी सावधानी से उस घातक मांजे को बच्चों से अलग कर के उन्हें ज़ख्मी होकर मरने से बचा लिया।
उस मादा श्वान के शरीर पर उलझ कर वो मांजा बच्चों तक पहुंच गया और उस मांजे से मादा श्वान बुरी तरह से जख्म हो गई थी गर्दन छाती पीठ और पांवों को बुरी तरह से मांजे ने ज़ख्मी कर दिया था पता नहीं कब से वो ज़ख्मी होकर तड़प रही थी और उसके साथ चिपकर आया मांजा उसे ज़ख्मी करके बच्चों को भी अपने लपेट में लेकर मौत की नींद सुला देता।
रतूड़ी ने ज़ख्मी मां को प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार देकर मां बच्चों को खाना पानी की व्यवस्था करके अपने सामाजिक मानवतावादी दृष्टिकोण का निर्वहन किया और लोगों से अपील की कि इस जानलेवा नायलॉन मांजे कांच निर्मित मांजे का सार्वजनिक वहिष्कार करें। और ना खुद की जान से खिलवाड़ करें और ना ही किसी अन्य की जान से खिलवाड़ करें। उस दिन का इंतजार ना करें कि कहीं आते जाते खेलते हुए आपके और आपके परिवार के साथ इस जानलेवा मांजे से कोई बड़ा हादसा ना हो जाए। अगर किसी को भी कहीं ज़ख्मी लावारिस हालत में जीव जंतु पंक्षी या इंसान मिलता है तो रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए संपर्क करें। मोबाइल फोन - नंबर 9049550854, 9021481639, 9503069860