भारत को विश्व महाशक्ति बनाने के लिए युद्धस्तर के प्रयास जरुरी
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नागपुर (आनन्दमनोहर जोशी)। विश्व स्तर पर यूक्रेन, रूस का युद्ध लगातार 26 फेब्रुअरी 2022 से जारी है. वर्ष 2022 केअंतिम दिसम्बर माह में भारत के अरुणाचल प्रदेश की प्रमुख सीमा भी सुरक्षित नहीं रही. यहाँ पर गुरुवार को वायुसेना के युद्धक विमानों के साथ राफेल, सुखोई - 30 जैसे लड़ाकू विमानों का प्रयोग करना पड़ रहा है. 75 वर्ष आज़ादी के अमृत महोत्सव पर भारत की सीमा पर विदेशी ताकत की घुसपैठ देश की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है.
आज़ादी के बाद भारत के अनेक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विदेशमंत्री, गृहमंत्री, विपक्ष के नेता, लोकसभा, राज्यसभा के अध्यक्ष हुए. इन सभी महत्वपूर्ण नेताओं ने चीन, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के साथ राजनीतिक संबंधों को बड़ी शालीनता से निभाया. चीन के साथ भाईचारे के लिए भारत के पूर्व नेताओं द्वारा कई प्रयास किए गए हैं. लेकिन तम्माम प्रयास के बाद भी कम्युनिस्ट देश चीन के अनेक नेताओं की अगुआई में कई बार भरत की सीमा पार करने की असफल कोशिश की गई.
अब जबकि अनेक देशों से भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध बनाये है. ऐसे में भारत की साख दिनोदिन मजबूत होने लगी है. अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, रूस, ब्रिटेन जैसे देश के नेताओं से भारत के संबंध मैत्रीपूर्ण हो चुके. ऐसे समय चीन और पडोसी देशों की गीदड़ धमकी और घुसपैठ के लिए भारत की जल, थल, वायुसेना को ताकतवर बनाना होगा.
हमारे देश की ऐतिहासिक राजधानी नई दिल्ली, आर्थिक राजधानी मुंबई, सांस्कृतिक राजधानी लखनऊ, अत्याधुनिक आई टी हब की तकनिकी राजधानी बंगलुरू के साथ भौगिलिक सुरक्षित राष्ट्रीय राजधानी नागपुर को महत्त्व देना अत्यंत जरुरी है. हाल ही में नागपुर में वंदेभारत, मेट्रो रेल सुविधाओं के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के संस्थानों की आधारशिला, लोकार्पण, अत्याधुनिक सुविधाओं का बड़ी तेज़ी से किया जाना नागपुर के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर है.
नागपुर के प्रमुख रेलवे स्टेशन के पश्चिमी द्वार के पास देश का प्यारा राष्ट्रीय तिरंगा लहराया जा चूका है। और अब वह दिन भी दूर नहीं जब देश की सुरक्षित राष्ट्रीय राजधानी की स्थापना जीरोमाइल स्थित नागपुर में होगी. भारत की वर्तमान राजधानी ठण्ड के समय कोहरे के कारण सुरक्षित नहीं है.
नई दिल्ली के मौसम में प्रदूषण अत्यधिक होने से वह देश के जनप्रतिनिधियों के रहने योग्य और सुरक्षित राष्ट्रिय राजधानी नहीं कही जा सकती है.अतः अब नागपुर को महत्त्व देना अत्यंत जरूरी है.