आज़ादी के अमृत महोत्सव पर आम नागरिकों को विमानयात्रा उचित दरों में मिले
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नागपुर। (आनन्दमनोहर जोशी)। पिछले छह वर्षों में केंद्र सरकार ने 70 नए हवाईअड्डों का नवनिर्माण किया है. साथ ही भारत में प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित उड़ान योजना से अभूतपूर्व क्रांति देश के उड्डयन क्षेत्र में आयी है. भारत जैसे देश में ग्यारह नयी एयरलाइन्स ने हवाई सेवाएं प्रारम्भ की है.
मौजूदा समय में भारत के पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया युवा उड्डयन मंत्री भारत जैसे देश के महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्री है .भारत के रेल मंत्रालय और सड़क मंत्रालय बड़ी तेज़ गति से आधुनिक सुविधाओं को अपनाकर देश के करोड़ों लोगों को महत्वपूर्ण यातायात के संसाधन जुटाकर नई उपलब्धियां प्राप्त कर चुके है.
उसी तरह अब उड्डयन मंत्रालय को अब हवाई जहाज, हेलीकाप्टर के मरम्मत, रखरखाव, ईंधन के नए सुसज्जित डेपो के निर्माण कर एमआरओ क्षेत्र को विकसित करना होगा. भारत को विदेशी तकनीकियां, विदेशी अभियान की जगह देशी सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल इंजीनियर की मदद से देश में स्वदेशी तकनीक को महत्त्व देना होगा.
मौजूदा समय में प्लेन, हेलिकॉप्टर में सुधार की सख्त जरूरत है। भारत जैसे देश में पिछले कुछ समय में दो लाख पंद्रह हज़ार उड़ानों में करोड़ों नागरिकों ने लाभ लिया है. देश में इस समय 450 से अधिक महत्वूर्ण विमान है.
इस समय देश की यात्रियों की बढ़ती जनसंख्या के हिसाब से विमानों की संख्या के साथ हवाईअड्डों की सुविधाएँ,सुरक्षा, मरम्मत कारखानों के बढ़ाने की भी जरुरत है. महाराष्ट्र जैसे राज्य में जहाँ कोल्हापुर,नाशिक जैसे शहर को हवाई सुविधाएँ दी गई है.
अब विदर्भ के गोंदिया, भंडारा, अमरावती, अकोला, नागपुर जैसे शहर और स्थानों पर भी नयी हवाई पट्टियां बनाकर इमर्जेन्सी सुविधाओं की जरुरत है. जो कि संकट, युद्ध के समय विमान के रुकने के लिए प्रयोग में आ सके. भारत के 75 वे आज़ादी के अमृत महोत्सव पर आम नागरिकों को उचित दरों में हवाई उड़ान की सुविधाएँ मिलना भी समय की मांग है. जो की मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित उड़ान योजना के दौरान दी जाए तो बेहतर होगा.