भारतीय रेल यात्रा के दौरान कभी ख़ुशी कभी गम की स्थिति
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नागपुर (आनन्दमनोहर जोशी)। करोड़ों रैलरात्रियों के लिए भारतीय रेलयात्रा के दौरान रेल कोच में कहीं ख़ुशी कहीं गम की स्थिति है. आम रेल यात्रियों की रेलयात्रा चिंताजनक है. रेल प्रवास के दौरन रेलवे स्टेशन पर शाकाहारी खानपान, नाश्ता, भोजन उपलब्ध नहीं होने से यात्री अपने आप को असुरक्षित और असहज महसूस कर रहे है.
रेलयात्री महंगाई के इस दौर में उचित किराया देने के बाद भी स्वयं को ठगा महसूस कर रहे है. सामान्य रेलगाड़ियों के स्लीपर कोच के टॉयलेट्स में व्याप्त गंदगी, रेलयात्रा के दौरान सामान की सुरक्षा के चलते नागरिक बस और हवाईयात्रा का सहारा ले रहे है.
हॉल ही में ट्रैन क्रमांक 12105 विदर्भ एक्सप्रेस को रद्द करके उसके पुनः यात्रा करने की सुचना से यात्रियों को असुविधा हुई. प्राप्त जानकारी के अनुसार 04/12/2022 की ट्रैन को रद्द करने की सुचना यात्रियों को दी गई.कुछ समय पश्चात उसी ट्रेन की यात्रा पूर्ववत होने की सुचना वापस यात्रियों को दी गई.
इससे यात्रियों ने अपनी टिकटें अन्य रेलगाड़ियों में करा ली. जिससे यात्रियों को अन्यत्र खर्चा कर टिकट बनानी पड़ी. रेलयात्री अधिवक्ता मनोज सारडा के मुताबिक निर्धारित तिथि की रेलयात्रा रद्द होने की सुचना से उन्हें दूसरी ट्रेन में रिजर्वेशन कराना पड़ा.
एक अन्य रेलयात्री अक्षय शर्मा के अनुसार सामान्य रेल के साथ एक्सप्रेस ट्रेन का खाना, नाश्ता, खाना शाकाहारी नहीं मिलने से यात्री अपने आप को ठगा महसूस करने लगे है. शर्मा का यह भी कहना है कि ठंड के मौसम में कुछ ट्रैन के वातानुकूलित ट्रेन के थ्री टियर में चादर, तकिया, ब्लैंकेट दिए जा रहे है.
यह उचित है लेकिन टॉयलेट में गंदगी रहती है. कई टॉयलेट मे टिशू पेपर, वॉश लिक्विड नहीं रहता. कुछ ट्रेनों की बोगियों के टॉयलेट्स में पानी की व्यवस्था भी नहीं रहती है. इससे साफ़ जाहिर होता है की भारतीय ट्रैन में कहीं ख़ुशी कहीं गम की स्थिति है.
भारत के केंद्रीय रेलमंत्री, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नम्र निवेदन है की रेलयात्रा के दौरान शाकाहारी गर्म, ताज़े नाश्ते, खानपान भोजन की व्यवस्था उपलब्ध कराने के त्वरित आदेश जारी हो. साथ ही रेलयात्रा के दौरान शौचालय, बोगियों में स्वच्छता भी हो. और पानी की व्यवस्था हमेशा की जाये.