Loading...

८ नवम्बर को खग्रास चन्द्रग्रहण होगा


नागपुर/अमरावती। खग्रास चन्द्र ग्रहण दिनाक ०८.११.२०२२ कार्तिक शुक्ल पक्ष १५ मंगलवार को खग्रास चन्द्रग्रहण होगा। इस ग्रहण का प्रारंभ चंद्रोदय के साथ सायं ५:५३ बजे, मोक्ष सायं ०६ :१९ बजे, विरल छाया से निर्गम सायं ०७:२६ बजे होगा। इसका सूतक भारतीय समय से प्रातः ०५:५३ बजे से प्रारंभ होगा। भारत में इस समय दिन रहेगा इससे यह ग्रहण भारत मे मोक्ष होता हुआ ग्रस्तोदय रूप में दृश्य होगा।

भारत के सुदूर पूर्वी प्रान्तों आसाम, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, बांग्लादेश, बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, मध्य एवं पूर्वी नेपाल में खग्रास ग्रस्तोदित एवं शेष भारत के पश्चिमी, उत्तरी एवं दक्षिणी सभी अन्य क्षेत्रों में खण्डग्रास ग्रस्तोदित रूप में दृश्य होगा।

यह ग्रहण आर्कटिका, ग्रीनलैण्ड, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको, अलास्का, अन्टार्कटिका, न्यूजीलैण्ड की ओर का उत्तरी क्षेत्र, न्यूजीलैण्ड, आस्ट्रेलिया, इण्डोनेशिया, मलेशिया , थाईलैण्ड, म्यांमार, साउथ पेसिफिक और नार्थ पेसिफिक ओसियन, कोरिया, जापान, चीन, मंगोलिया, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान, ओमान , इरान, अफगानिस्तान, फिनलैण्ड, उत्तरी स्वीडन, आइसलैण्ड आदि में कहीं मान्य , कहीं खग्रास, कहीं ग्रस्तोदय तो कहीं ग्रस्तास्त रूप में दृश्य होगा।

खगोलविदों की मानें तो लोगों को पूर्णिमा का चांद, खासकर चंद्र ग्रहण 2022 के समय लंबे समय तक नहीं देखना चाहिए। क्योंकि इससे कुछ लोगों को बेचैनी और आंखों में जलन की शिकायत हो सकती है। ग्रहण कार्तिक मास में हो रहा है इससे पर्यावरण प्रदूषित हो तथा जन मानस में रोगजनित प्रकोप हो । अग्नि से जीविका करने वाले आदि देशवासियों को पीड़ा , नाश बाद में मंगल और सुभिक्ष हो।

ग्रहण का अन्य फल :
कार्तिक मास में मंगलवार को ग्रस्तोदय चंद्रग्रहण होने से लूटपाट, चौरी व अग्निकांड की घटनाएँ बढ़ेगी तथा शीतकालीन फसलों में रोग प्रकोप बढ़ेगा। राजनेताओं में भी खींचातान बढ़ेगी। करना चाहिए।

ग्रहण फल : यह ग्रहण भरणी नक्षत्र और मेष राशि में घटित हो रहा है। अतः इस नक्षत्र व राशि में जन्में व्यक्तियों के लिए विशेष कष्टप्रद रहेगा। जिन राशियों पर ग्रहण का अशुभ फल लिखा है, उन्हें व्यथा शक्ति दान, जप व पाठ करना चाहिए।

ग्रहण से राशिफल : मेष: दुर्घटना भय, वृषभ: धन हानि, मिथुन: उन्नति व लाभ, कर्क: सुख वैभव, सिंह: मानहानि भय, कन्या: शरीर कष्ट, तुला: दाम्पत्य कष्ट, वृश्चिक : कार्य सिंद्धि,धनु : चिंता पीड़ा, मकर: रोग भय, कुंभ: धन लाभ, मीन: वय वृद्धि।

ग्रहण के समय चंद्र - राहु का सूर्य बुध - शुक्र - केतु से सम - सप्तक योग बनने से प्राकृतिक प्रकोप से जन - धन की हानि तथा धान व रस पदार्थों में तेजी होगी। 
- पंडित करण गोपाल पुरोहित (शर्मा)
अमरावती, (महाराष्ट्र) 
मो. 9049451525, 8669165178

समाचार 8165852546442024836
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list