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पद्मश्री डॉ. चंद्रकांत पांडव



3 नवंबर को 'आयोडीन मैन' का मनाएंगे जन्मदिन

नागपुर/नई दिल्ली। आंतरराष्ट्रीय संशोधक एवं घेगा, गला सूजने का एक रोग (गलगंड) जैसे विश्व की बीमारी को जड से समाप्त करने वाले भारतीय संशोधक प्रोफेसर डॉ. सी. एस. पांडव को 2021 मे पद्मश्री से सन्मानित किया गया था।

एक जमाना था जब भारत के किसी भी गांव में कहीं ना कहीं गले की बीमारी से ग्रस्त अनेक लोग दिखाई देते थे। कई महिलाएं और पुरुष अपने सूजे हुए गले को सुविधाजनक परिस्थिति में लेकर चलते थे। 

इसी दौरान डॉक्टर पांडव एक मसीहा के रूप में उभरे और इन्होंने इस बीमारी पर गहन शोध किया और इस बीमारी को जड़ से समाप्त करने की सफलता भी मिली। ऐसा मानना है कि नमक में आयोडीन की कमी से यह रोग उत्पन्न होता था। पद्मश्री से सम्मानित डॉ चंद्रकांत  पांडव को लोग 'आयोडीन मैन' के नाम से भी जानते हैं।

डॉ. चंद्रकांत संभाजी पांडव मूलनिवासी सोलापूर जिला है, इन्होंने अत्यंत विपरीत परिस्थिती मे शिक्षा प्राप्त करके एम्स जैसे विश्व स्तरीय दर्जा प्राप्त आरोग्य विषयक अध्ययन करने के बाद आरोग्य क्षेत्र में अनुसंधान शुरू किया. कुछ साल पहले भारत तथा संपूर्ण विश्व मे गलगंड जैसी महामारी हुआ करती थी और गर्भ में आयोडीन की कमी की वजह से गर्भपात भी होता था, न जाने और कितने दुष्परिणाम को लोग झेलते आ रहे थे. 

डॉ. पांडव अपने सहयोगीयो के साथ संशोधन के तहत पुरे भारत वर्ष मे इस इन बिमारीयों का अनुसंधान करते रहे और इसका मुल कारण खोजकर उचित मात्रा मे आयोडीन नमक मे मिश्रण करके खाने से ये बिमारी पर इलाज होते देखकर इसी अनुसंधान को विकसित किया और पूरी दुनिया मे आयोडीन युक्त नमक एक लहर बन गई और न जाने कितनी बीमारियां दुनिया से गायब हो गई. ऐसा ये महामानव विश्व की कई बिमारीयों को हद्दपार करने के लिए अवतरित हुए हैं.

डॉ. पांडव दुनिया के 160 देशो मे सामाजिक, आरोग्य इस क्षेत्र में आंतरराष्ट्रीय सलाहकार एवं विशेषज्ञ का काम करते है. आरोग्य के क्षेत्र में काम करते समय उन्होने नवीनतम ऍलोपॅथी के साथ मे भारत के प्राचीन आयुर्वेद के साथ युनानी होमिओपॅथी और अनेक आरोग्य लाभदायक तरीके अपनाए हैं और संशोधन भी किया. 

इंटिग्रेटेड हेल्थ केअर अप्रोच येऊन का जागतिक स्तर पर जाना माना कार्य प्रशंसनीय हैं. ऐसे आंतरराष्ट्रीय कीर्ति के महान संशोधक का आज 3 नवंबर को 72वां जन्मदिन उनके शिष्य चाहते है सभी विद्यार्थी अपने अपने तरीके से यादगार जन्मदिन मनाएंगे. 

इसमे जादातर नर्वस सिस्टम, कार्डियाक सिस्टम, पॅरालिसिस कार्डियाक प्रॉब्लेम, मेटाबोलिक दिस ऑर्डर ऐसे गहन बिमारीया जो लाइलाज उनको इंटिग्रेटेड मेडिसिन सिस्टम के माध्यम से दूर करने के लिए देहली और पुना मे उपक्रम आयोजित किया जायेंगे. 
डॉ. चंद्रकांत पांडव जी को बधाई और शुभकामनाएँ, हमे आप पर गर्व है.
समाचार 954064321648047733
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