46 साल बाद मिलकर गदगद हुए दोस्त
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पटवर्धन स्कूल की 1976 की बैच
नागपुर। कोई व्यापारी बना तो कोई उद्योगपति, कोई आफिसर बन गया तो कोई किसी कंपनी में सेवारत है। और तो और इनमें से कुछ तो दादा और नाना भी बन चुके हैं। ये सभी पटवर्धन स्कूल की 1976 बैच के सहपाठी जब 46 वर्षों के बाद मिले तो परस्पर मिलकर गदगद हो गये और आश्चर्यचकित भी। किसी के बाल ही पूरे सफेद हो गये तो कोई गंजा हो चुका था।
ये सभी मित्र अमरावती रोड स्थित खूबसूरत सिवाना रिसोर्ट में। सिवाना के आकर्षक माहौल ने मिलन को और रोचक बना दिया। आपसी मेलमिलाप हुआ और भूली बिसरी यादों को ताजा किया। गेम्स, गपशप, चुटकुलों के अलावा गीत संगीत का कार्यक्रम भी हुआ। बातचीत इतनी हुई की बस जगराता ही हो गया। मधुर स्मृतियों की चर्चा ने भावविभोर कर दिया। अब बीच-बीच में मिलने के अलावा साल में एक बार स्नेह मिलन के वादे के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इन मित्रों में सुनील गोवर्धन, संजय दमानी, राकेश भूरे, अभय जोगावे, नितिन राव, विवेक सपकाल, अनंत रोकडे, पिनक हलाई, अचल साहू, प्रवीण चांडक, गोपाल अग्रवाल, गणेश साहू, कमल भट्ठड, बृजेश त्रिवेदी, मुकेश वाघमारे, शरद भुसारी, अनिल राजगिरे, दिलीप नारंग, बाबा शेंडे, राघवेन्द्र सोनडुले, जुल्फिकार सिद्दीकी, दीपक जिचकार और मिलिंद वासनिक का समावेश रहा।