महान लेखक मुंशी प्रेमचंद को भावभीनी श्रद्धांजलि
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नागपुर/सावनेर। अरविंद इंडो पब्लिक स्कूल हेती (सुरला) ने महान लेखक और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। छात्रों ने भाषण दिया और महान लेखक मुंशी प्रेमचंद के योगदान पर प्रकाश डाला।
सभा को प्राचार्य राजेंद्र मिश्र ने संबोधित किया। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुंशी प्रेमचंद अपने आधुनिक हिंदुरानी साहित्य के लिए प्रसिद्ध थे और 20वीं सदी के सबसे प्रसिद्ध लेखकों में से एक हैं। उनकी रचनाएँ राष्ट्रवादी आंदोलन के दौरान प्रचलित सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों के प्रतिनिधि हैं।
उन्होंने दहेज, विधवा पुनर्विवाह के खिलाफ लड़ाई लड़ी और कहा कि महिलाओं को बाहर आना होगा और अपने ऊपर दिखाए गए सामाजिक बुराइयों और भेदभाव के खिलाफ अपनी भावनाओं को व्यक्त करना होगा।
उन्होंने अपने आसपास के जीवन पर लिखा और पाठकों को अपने आसपास की सामाजिक संरचना से अवगत कराया। प्राचार्य राजेंद्र मिश्र ने कहा कि प्रेमचंद की लेखनी उनकी रोचक कहानी कहने और सरल भाषा का प्रयोग है।
उनके उपन्यास ग्रामीण किसान वर्गों की समस्याओं का वर्णन करते हैं। उन्होंने लेखकों से व्यक्तिगत चिंताओं को त्यागने का आग्रह कियाऔर सार्वजनिक और राजनीतिक भूमिकाएं लेते हुए सामूहिक आवाज में बोले। उन्हें कभी किसी पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया।
प्रेमचंद का अंतिम और महानतम उपन्यास गोदान था। उन्होंने ज्यादा कविताएँ नहीं लिखीं, लेकिन उन्होंने जो भी लिखीं, वे मन को झकझोर देने वाली हैं। वह एक विपुल लघु कथाकार और भारतीय मूल के उपन्यासकार और भारतीय साहित्य में एक प्रसिद्ध और प्रशंसित व्यक्ति थे।
छात्रों ने उनकी कविताओं का पाठ किया और बेहतरीन कहानियों और उपन्यासों पर प्रकाश डाला। छात्रों ने प्रेमचंद के रेखाचित्र भी साझा किए। श्रीमती लता दखोले, श्रीमती रंजना ठाकुर, श्रीमती स्मिता अटलकर ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया।
अरविंदबाबू देशमुख प्रतिष्ठान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ.आशीष देशमुख ने स्कूल के प्रयासों की सराहना की और सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।