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हिन्दी विभाग की स्वाति व्यास को बड़ौदा मेधावी सम्मान


नागपुर। हिन्दी साहित्य में विश्वविद्यालय की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर हिन्दी विभाग, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की छात्रा स्वाति व्यास को  बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक महाप्रबंधक श्री संजीव कुमार वासनिक एवं विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. दत्तात्रय वाटमोडे के हाथों 'बडौदा मेधावी विद्यार्थी सम्मान' से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग प्रमुख डॉ. मनोज पाण्डेय ने की। 

इस अवसर पर प्रो. गीता सिंह और डॉ. धर्मेंद्र तुरकर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि बैंक ऑफ बड़ौदा राष्ट्र का एकमात्र बैंक है जो देशभर के विश्वविद्यालयों में हिन्दी विषय में विश्वविद्यालय स्तर पर प्रावीण्य सूची में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को "बड़ौदा मेधावी विद्यार्थी प्रतिभा सम्मान" से सम्मानित करता है। २०११ से यह योजना सतत् जारी है। 

सत्र २०२०-२१ के लिए विश्वविद्यालय की प्रथम दो मेरिट प्राप्त छात्राओं स्वाति व्यास को प्रथम पुरस्कार ११०००/- और गुलनाज सैयद को द्वितीय पुरस्कार ७५००/- नगद प्रदान किए गए। इस अवसर पर बैंक के सौजन्य से अंतर -महाविद्यालयीन वक्तृत्व स्पर्धा का आयोजन भी किया गया। स्पर्धा का विषय था - 'आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए मातृभाषा में शिक्षा अनिवार्य है।' प्रतियोगिता के पांच उत्कृष्ट वक्ताओं को नगद पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। आशुतोष तिवारी को प्रथम, कटवाल को द्वितीय, सोनू शर्मा को तृतीय एवं दो प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
        
श्री वासनिक ने अपने उद्बोधन में बैंक की योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बैंक अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत् मेधावी विद्यार्थियों को हिन्दी में विशेष अंक प्राप्त करने पर पुरस्कृत करता है। मुख्य अतिथि डॉ. दत्तात्रय वाटमोडे ने अपने सम्बोधन में हिन्दी के राष्ट्रीय महत्व पर बल देते हुए कहा कि यह प्रेरणा का विषय है कि विश्वविद्यालय की परीक्षा में विशेष सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बैंक ऑफ बड़ौदा जैसा प्रतिष्ठित संस्थान पुरस्कृत करता है। 

अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. मनोज पाण्डेय ने कहा कि प्रतिवर्ष बैंक द्वारा प्रदान किए जाने वाले इस पुरस्कार को लेकर विद्यार्थियों में बड़ी उत्सुकता रहती है, उनमें आपसी प्रतिस्पर्धा रहती है। इस अवसर पर बैंक की हिन्दी अधिकारी प्राजक्ता गेडाम और प्रतिका साकल्ये भी उपस्थित थीं। वक्तृत्व स्पर्धा में नागपुर, अमरावती, वर्धा के विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुमित सिंह ने और आभार प्रदर्शन डॉ. एकादशी जैतवार ने किया।
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