5G युग प्रारंभ से शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, कृषि, उद्योग, आपदा प्रबंधन को मिलेगी गति
मलेशिया, स्वीडन, नॉर्वे, स्विटजरलैंड, दक्षिण कोरिया के बाद भारत को होगा लाभ
नागपुर (आनन्दमनोहर जोशी)। इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2022 के द्वारा नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा सुपर हाई स्पीड 5G सेवा का प्रारंभ हुआ. भारत के दूरसंचार की 2 जी, 3जी, 4जी प्रौद्योगिकी सुविधा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता था. नयी 5जी सेवा का लाभ भारत के 13 शहरों में होगा। चूँकि यह पहला चरण है. भारत सरकार आगामी दो वर्षों में 5जी को सम्पूर्ण भारत के कोने कोने तक लागू करेंगी. जहाँ तक पहले चरण में इसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बैंगलोर, चंडीगढ़, गुरुग्राम, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे, गांधीनगर, अहमदाबाद, जामनगर इन शहरों में शुरू किया जा रहा है.
यदि भारत सरकार शीघ्र ही 5जी को देश के अन्य शहरों में भी लागु करें तो सभी देशवासियों को सेवा का लाभ मिलेगा. इस सेवा के लिए भारत सरकार ने दो लाख करोड़ रुपये लगाये है. भारत का मध्य क्षेत्र का नागपुर और विदर्भ के ग्यारह जिलों के अलावा मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल, छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, महाराष्ट्र के ठाणे, जलगांव, नाशिक, भुसावल, अहमदनगर, औरंगाबाद, राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, नागौर, गुजरात के सूरत, पश्चिम बंगाल, आसाम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर जैसे स्थानों पर भी 5जी सुविधा की तत्काल जरुरत है.
जबकि सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि दिसम्बर 2023 तक देश के कोने कोने तक इस सेवा का विस्तार करेंगी. भारत जैसे देश में पूर्व में आईडिया, रिलायंस, जियो, वोडाफ़ोन, भारती टेल के साथ भारतीय दुरसंचार ने अपनी सेवाएं दी है. 5जी लांच होने के बाद जियो ने 5जी की मदद से मुंबई की टीचर को महाराष्ट्र, गुजरात, उड़ीसा की तीन अलग अलग लोकेशन से जोड़ा है. जियो द्वारा हाल ही में ऑग्मेंटेड रियलिटी और शिक्षा क्षेत्र में बिना ए आर के इसका सरल और आसान इस्तेमाल किया है. 4जी के मुकाबले 5जी की गति 20 गुना अधिक है. हाँ यह सत्य है की अब तक भारत के केवल दस करोड़ लोगों को ही इसका लाभ मिल सकेगा. क्योंकि 5जी की सेवा के लिए महंगे मोबाइल की जरुरत होती है. वर्तमान में इसके लिए 15 हज़ार मूल्य का मोबाइल बाजार में आया है.
यदि भारत सरकार आम सामान्य के लिए सस्ते मोबाइल बनवाकर उपलब्ध करवाएं, तो सभी देशवासी लाभान्वित हो सकते है. आज 5जी से 20 गीगाबाइट क्षमता या 100 मेगाबाइट प्रति सेकण्ड से अधिक की पीक डेटा ट्रांसफर गति प्रदान हो रही है. मौजूदा नयी आधुनिक प्रणाली से आनेवाली पीढ़ी के युवाओं को उद्योग, रोजगार, व्यापार में सुविधाएं मिल सकेंगी.भारत से पहले दक्षिण कोरिया में वर्ष 2025 तक 60 प्रतिशत नागरिकों को 5जी नेटवर्क का लाभ मिलेगा.