सुधार की संकल्पना हैं कारागृह : अमृत आगासे
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नागपुर। भारतवर्ष में समस्त कारागृह सुधारात्मक संकल्पना के आधार पर अपराधियों के सुधार का कार्य कर रहे हैं। इस कार्य में समाज कार्य के अपराधशास्त्र व सुधारात्मक प्रशासन के विद्यार्थियों की अहम भूमिका होती है।
कैदियों के सुधार में काउंसलिंग, प्रोबेशन आदि कार्यों के लिए ये विद्यार्थी वैज्ञानिक पद्धति और ज्ञान से सक्षम होते हैं। यह विचार भंडारा जिला कारागृह के अधीक्षक श्री अमृत आगासे जी ने व्यक्त किए। वे आठवले समाज कार्य महाविद्यालय, भंडारा के अपराधशास्त्र व सुधारात्मक प्रशासन के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर रहे थे।
उन्होंने कहा की बंदियों ने भी कारागृह में विविध व्यवसायिक उपक्रमों को सीखकर अपने जीवन में सुधार करना चाहिए। कैदियों ने अपने पूर्व अपराधिक जीवन को त्यागकर नया जीवन शुरू करना चाहिए।
आठवले समाज कार्य महाविद्यालय, भंडारा के अपराधशास्त्र व सुधारात्मक प्रशासन विशेषीकरण के तथा एमएसडब्ल्यू, सेमिस्टर 1 के विद्यार्थियों की संस्था भेंट के अंतर्गत भंडारा जिला कारागृह, भंडारा में 21 सितंबर को सुबह 11 बजे भेंट दी गई।
इस अवसर पर भंडारा जिला कारागृह के अधीक्षक अमृत आगासे, वरिष्ठ जेलर क्षीरसागर, आठवले समाज कार्य महाविद्यालय, भंडारा के अपराधशास्त्र व सुधारात्मक प्रशासन विभाग के प्रमुख डॉ.नंदकिशोर भगत, एमएसडब्ल्यू, सेमिस्टर 1 के प्रमुख प्रा. सुनील उइके तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का प्रास्तविक डॉ.नंदकिशोर भगत ने तथा श्री. आगासे का स्वागत प्रा.उइके ने किया। कार्यक्रम का संचालन कु. हर्षिला बडोले ने तथा आभार प्रदर्शन कु. प्रीति निर्वाण ने किया।