रेडीमेड वस्त्रोद्योग, स्वदेशी शाकाहारी खानपान हब से बदलेंगी पर्यटन उद्योग की तस्वीर
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नागपुर (आनन्दमनोहर जोशी)। भारत के सूरत के लोगों को श्रम का अर्थ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताते हुए कपड़ा उद्योग के निर्माताओं, हीरा व्यापार से जुड़े कारीगरों का हौसला बढ़ाया.यही नहीं उन्होंने नवरात्र महोत्सव पर गुजरात के सूरत के व्यंजन, खानपान की प्रशंसा की.
झविश्व में अत्यंत जरुरी सुविधाओं में रोटी,कपड़ा और मकान का बड़ा महत्व है.साथ ही बिजली, पानी, यातायात जैसी बुनियादी सुविधाएं भी देश के विकास कार्य में महत्वपूर्ण योगदान देती है.
यदि बिना किसी प्रचार, प्रसार के सूरत जैसे शहर में विभिन्न परियोजनाओं का विकास हो रहा है. तो यह भारत जैसे देश में सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है. जहाँ कपड़ा उद्योग में हुनर से लाखों लोगों को रोजगार, स्वरोजगार मिल रहा है. हज़ारों कारीगरों को हीरा जैसे उद्योग, व्यापार से रोजगार मिल रहा है। उसी प्रकार होटल, रेस्टोरेंट जैसे उद्योग से भारत के 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के शाकाहारी व्यंजन से रोजगार, स्वयंरोजगार मिल सकता है.
भारत का पर्यटन क्षेत्र अन्य देशों से भिन्न है. हमारे देश में राजस्थानी दाल, बाटी, चूरमा, केर सांगरी की सब्जी, बीकानेरी भुजिया, गट्टे की सब्जी, गुजराती खमन ढोकला, जलेबी फाफड़ा, उनद्यु, दक्षिण व्यंजन इडली, डोसा, सांभर वाला, महाराष्ट्र का वारन चावल, ठेचा, भाकर वडी, झुनका भाकर, उत्तर भारत की आलू, पुरी, परांठे,आगरा के पेठ, बिहारी लिट्टी राइस लिट्टी चौखा, दक्षिण भारत के दही चावल, बंगाली मिष्ठान्न, कश्मीरी पुलाव, हैदराबादी पुलाव, छत्तीसगढ़ी, इन्दोरी, रतलामी सेव, बालूशाही, ग्वालियर की गजक जैसे शाकाहारी व्यंजन बनाने से बुनियादी खानपान व्यवस्था और हुनर से करोड़ों लोगों को घर बैठे स्वयंरोजगार मिल सकता है. जिस तरह सूरत के हवाई अड्डे का विकास किया जा रहा है। ठीक उसी तरह अन्य प्रमुख शहरों के हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के विकास किये जाये, तो भारत में देश विदेश से आ रहे पर्यटकों के आगमन से देश के लोगों को रोजगार,स्वयंरोजगार मिलेगा.
साथ ही भारत के प्रमुख कपड़ा उद्योग विशेषकर रेडीमेड, खादी, सूती कपड़े के उद्योग में कार्यरत करोड़ों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. ऐसे उद्योग और कारखाने देश के अन्य राज्यों के शहरों में भी स्थापित हो. तब कही जाकर भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य सार्थक होंगे. जिसमें श्री मोदी ने गुजरात के भावनगर,सूरत में सत्ता को सेवा करने का जरिया बताया है.और समाज के लिए जीने की महत्वपूर्ण बात कही.