अंतरंग महिला चेतना मंच ने 'साहित्यिक अंताक्षरी' का किया आयोजन
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नागपुर। मुख्य अतिथि श्रीमती गौरी चंद्रयाण की गरिमामई उपस्थिति से मंच सुशोभित हुआ। कार्यक्रम संयोजिका डॉ स्वर्णिमा सिन्हा हिंदी दिवस के उपलक्ष में 'एक नई पहल साहित्यिक अंत्याक्षरी' कार्यक्रम का आयोजन किया मनोरंजन एवं साहित्यिक अभिरुचि के संवर्धन की दिशा में यह स्वागतार्ह्द पहल निरूपित की गई।
अंतरंग संयोजिका शगुफ्ता काजी एवं सह- संयोजिका रंजना श्रीवास्तव मंच पर उपस्थित थीं। निर्णियिका के रूप में श्रीमती इंदिरा किसलय ने अपना दायित्व निभाया।
मीरा जैगलेकर द्वारा गाए सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उसके बाद श्रीमती छवि चक्रवर्ती, रेशम मदान, किरण हटवार, सीमा काचोरे, नंदा वजीर, प्रतिभा भोले और रश्मि मिश्रा द्वारा 'हिंदी भारत की बिंदी' गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत की गई, जिसकी बहुत ही सरहाना हुईं।
फिर शुरू हुआ 'साहित्यिक अंत्याक्षरी' टीम ए और बी के मध्य। मुकाबला रोचक रहा। ग्रुप ए का ड्रेस कोड लाल रंग और ग्रुप बी का पीला परिधान निर्धारित था। सभा की सखियों को साहित्यकारों के नाम की सूची दी गई थी यथा- महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, कबीर, रहीम, तुलसी, सुभद्रा कुमारी चौहान, गोपाल दास नीरज, हरिवंश राय बच्चन, कुमार विश्वास आदि।
ग्रुप ए में जिन साखियों ने जलवे बिखेरा वे थीं श्रीमती रेशम मतदान, संतोष बुधराजा, कविता कौशिक, माया शर्मा, मीरा जोगलेकर,
अलका देशपांडे, रश्मि मिश्रा, हेमलता मिश्र मानवीय, सीमा काचोरे, पूनम मिश्रा एवं ग्रुप बी के प्रतिभागियों में शामिल थीं श्रीमती मधु सिंघी, माधुरी राउलकर, रुबी दास, सरोज गर्ग, किरण हटवार, मंजूषा किंजवेडकर, चंद्रकला भरतिया, प्रतिभा भोले, मुकुल अमलास।
ग्रुप ए और बी में जोरदार टक्कर हुई हम किसी से कम नहीं ये जोश और उमंग दोनों ग्रुप में था अतः दोनों में टाई रहा इस तरह दोनों ही ग्रुप विजयी रहीं। आभार ज्ञापन श्रीमती रश्मि मिश्रा ने माना।