स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि
https://www.zeromilepress.com/2022/09/blog-post_164.html
नागपुर/सावनेर। स्थानीय अरविंद इंडो पब्लिक स्कूल, हेती ने महान गायिका भारत रत्न लता मंगेशकर की जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ था। वह एक भारतीय पार्श्व गायिका और सामयिक संगीतकार थीं।
आठ दशकों के करियर में भारतीय संगीत उद्योग में उनके योगदान ने उन्हें माधुर्य की रानी, भारत की कोकिला और सहस्राब्दी की आवाज जैसे सम्मानजनक खिताब प्राप्त किए। 6 फरवरी 2022 को 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार, फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, पद्म भूषण, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार और सबसे प्रतिष्ठित सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
भारत रत्न लता मंगेशकर ने छत्तीस से अधिक भारतीय भाषाओं और कुछ विदेशी भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए, हालांकि मुख्य रूप से हिंदी मराठी और बंगाली में। वह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दिखाई दी, जिसने उन्हें 1948 और 1987 के बीच इतिहास में सबसे अधिक दर्ज की गई कलाकार के रूप में सूचीबद्ध किया।
प्राचार्य राजेंद्र मिश्र ने सभा को संबोधित किया और कहा कि लता मंगेशकर भारतीय संगीत उद्योग की आन बान और शान थीं। वह एक सनसनी थी। उनकी आवाज ने देश की संगीत संस्कृति को बहुत प्रभावित किया है और उन्होंने संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
लग जा गले, कभी खुशी कभी गम, तुम आ गए हो तो नूर आया है, आज फिर जीने की तमन्ना है और ऐ मेरे वतन के लोगो लता मंगेशकर जी द्वारा गाए गए सबसे सदाबहार गीत हैं। छात्रों ने भाषण दिए और लता के योगदान पर प्रकाश डाला।
लता मंगेशकर ने संगीत उद्योग में अपनी आठ दशकों की यात्रा के दौरान एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीत गाया हैं उन गीतों के द्वारा ही आने वाली पीढ़ी गायन के क्षेत्र में अपना कैरियर बना पा रही हैं। छात्रों ने स्केच और बुलेटिन भी बनाए और महान गायिका को श्रद्धांजलि दी।
पूर्व कृषि मंत्री श्री रणजीतबाबू देशमुख ने स्कूल के प्रयासों की सराहना की और सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। अरविंदबाबू देशमुख प्रतिष्ठान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. आशीष देशमुख ने छात्रों की कड़ी मेहनत की सराहना की।