भारतीय ज्ञान मंच ने किया स्पोर्ट्स क्विज आयोजित
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नागपुर। भारतीय ज्ञान मंच द्वारा स्कूली बच्चों के लिए स्पोर्ट्स क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता, पंडित बच्छराज व्यास हाई स्कूल के गोलवलकर सभाग्रह में आयोजित की गई. नागपुर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने इसमें उत्साह के साथ भाग लिया.
प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उन खेलों से परिचित कराना था जिनमें भारत अभी उन्नत नहीं है. कई ऐसे बच्चों ने भाग लिया जो खेलों में अपने स्कूल का प्रनिधित्व कर रहे थे जिनमें बेसबॉल, चेस, बास्केटबॉल, बैडमिंटन जैसे खेल थे.
प्रश्नोत्तरी में इन सभी खेलों के साथ-साथ, आइस हॉकी, गोल्फ, सर्फिंग, स्केटबोर्डिंग, पैराशूटिंग, जिमनास्टिक्स, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, फुटबॉल, रग्बी, कुश्ती, पोलो, आर्चरी, जेवलिन-थ्रो, फेंसिंग, कराटे, जुडो, टेनिस, फ़ॉर्मूला-1 रेसिंग, रोइंग, सेलिंग पर भी उन्हें परखा गया.
सूमो रेसलिंग जैसे खेल को पहचानने में कामयाब हुए बच्चे स्केटबोर्डिंग और रोलर स्केटिंग का अंतर भी जानते थे तथा पोलो का खेल हिन्दुस्तान में ऐतिहासिक रूप से कैसे खेला जाता था, यह भी जानते थे.
अस्सी प्रतिशत बच्चों ने डांसिंग को खेल नहीं माना और इसे महज़ मनोरंजन का साधन माना. रोड़ेओ राइडिंग जैसे गूढ़ खेल को कैसे खेला जाता है, इससे भी वे भलीभांति परिचित थे.
1896 के पहले ओलिंपिक खेलों की भी उन्हें जानकारी थी, हालांकि विभिन्न खेलों में पुरुषों और महिलाओं के बीच के विश्व रिकॉर्ड का अंतर बता पाना उनके लिए मुश्किल था.
100-मीटर दौड़ में उसेन बोल्ट का नाम तो उन्हें पता था, मगर महिला विश्व चैंपियन का नहीं. मार्शिअल आर्ट्स और रीले रेस उनके लिए आसान थे, परंतु टेनिस और गोल्फ की शब्दावली मुश्किल.
हनुमानजी की गदा को लेकर कोई भी खेल एशियाई या ओलिंपिक गेम्स में न होने की बात स्कूली बच्चों को अच्छी नहीं लगी तथा इस बारे में उन्होंने स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री को ईमेल और ट्विटर पर मेसेज लिखने का निश्चय किया.
भारतीय विद्या मंदिर भवंस की छात्रा आशिमा अलोने इस प्रतियोगिता की विजेता रही. द्वितीय स्थान पर व्यास स्कूल के दर्शील पटेल रहे जबकि तीसरा स्थान धरमपेठ स्कूल की प्रियांशी मून ने प्राप्त किया. कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन डॉ. भारत खुशालानी ने किया. भारतीय शिक्षण मंडल के पदाधिकारीगणों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के अथक प्रयास किये.