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सिंधी समाज ने हरियाली तीज और झूलोत्सव उत्सव भी मनाया



नागपुर। पूरे विश्व के एकमात्र सिंधी समाज विश्व सिंधी समाज महाराष्ट्र महिला टीम द्वारा हर्षोल्लास से हरियाली तीज और झूलोत्सव महोत्सव मनाया।
इस अवसर पर समाजसेविका अधिवक्ता मंजीत कौर अतिथि बतौर उपस्थित थी प्रख्यात श्रीमती दीपाली मिश्रा, एडवोकेट मीरा भमभवानी, डॉ हिना मुनियार उपस्थित थे।

इस अवसर पर महिलाएं श्रृंगार कर एक जगह एकत्र होकर झूला झूलती है और सावन के मधुर गीत गाती है, इस अवसर पर महाराष्ट्र अध्यक्ष प्रताप मोटवानी का उनकी उपलब्धियों पर सत्कार किया गया। 

अंतराष्ट्रीय गायक कलाकार दिनेश मिश्रा द्वारा समधुर गीतों से सभी मंत्रमुग्ध हो गए, प्रख्यात एंकर डॉ रिचा सुगंध ने कुशलता से संचालन कर समा बांधा। 

इस अवसर अतिथि बतौर, दादा विजय कुमार केवलरामनी, महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के उपाध्यक्ष डॉ विंकी रुघवानी, डॉ गुरमुख ममतानी, श्रीचंद बालचंदानी, कैलाश केवलरमानी, इंदर रतवानी, श्रीमती सुशीला रतवानी, डॉ माला इंगले, डॉ श्रिया, मनोहरलाल आहूजा, लखी थावानी, राजू मोटवानी प्रमुख थे।

महाराष्ट्र महिला टीम की अध्यक्ष डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी, कार्याध्यक्ष, सुनीता जेसवानी, महासचिव साक्षी थारवानी, महाराष्ट्र युवा टीम अध्यक्ष शिल्पा तलरेजा, डॉ रिचा सुगंध ने अतिथियों को बुके देकर सत्कार किया।

प्रमुख अतिथि मंजीत कौर मतानी ने सभी महिलाओं को हरियाली तीज की बधाई दी और बताया कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया पर सावन का मुख्य त्योहार हरियाली तीज हर साल वीएसएसएस महिला टीम द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। हरियाली तीज, श्रावणी तीज, कजली तीज या 

मधुश्रवा तीज के नाम से जानी जाती है। 
हरियाली तीज में हरे रंग का बहुत महत्व है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर हरी साड़ी पहनकर विधि विधान से व्रत व पूजा करती हैं। ऐसी मान्यता है कि सुहागन महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखती हैं। 

दीपाली मिश्रा द्वारा बताया गया कि हरियाली तीज का यह व्रत कुंवारी लड़कियां भी मनचाहा वर पाने के लिए रखती हैं। 
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए काफी तपस्या की और हरियाली तीज का व्रत रखा था। हरियाली तीज के व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होकर माता पार्वती को पत्नी के रूप में अपनाया था। 

डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी ने बताया कि हरियाली तीज में झूला झूलना, चूड़ियां, मेहंदी व लोकगीतों का बड़ा महत्व है इस दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी जरूर रचाती हैं। इसके बाद माता गौरी की विधि विधान से पूजा करती हैं। हरियाली तीज में श्रृंगार का विशेष महत्व है। 

कार्याध्यक्ष सुनीता जेसवानी ने बताया कि हरियाली तीज के मौके पर महिलाएं श्रृंगार कर एक जगह एकत्र होकर झूला झूलती हैं और सावन के मधुर गीत गाती हैं। 

वीएसएसएस महिला टीम से महाराष्ट्र  टीम से साक्षी थारवानी,अनिता नागवानी,रश्मि मोहनानी, डॉ अरुणा जेसवानी, सिमरन खुबनानी,हर्षा भावनानी,आशा लालवानी, विनिता खत्री, वंदना वतियानी, महाराष्ट्र युवा महिला टीम से शिल्पा तलरेजा, डॉ रिचा सुगंध, अंजली जेसवानी, 

विदर्भ टीम से रिचा केवलरमानी मोनिका मेठवानी, मंजूश्री कुंगवानी, नीलम आहूजा, कशिश सच्चानी, नागपुर टीम से पूजा मोरयानी, निति जेसवानी, भारती पंजवानी,नीता जेसवानी, दीपा खिलवानी, सौमैया देवानी,माया चेलानी, विधी मोटवानी, नागपुर जिला महिला टीम से सुनीता बजाज वंशिका केसवानी, दिव्या जगुजा, साक्षी लालवानी, 

किरण जीवनानी, पूर्णिमा स्वामी, पूर्व नागपुर महिला टीम से अर्चना छाबरिया, हितीशा मुलतानी, निशिता डेंबले, भावना दयानी, मीना होतचंदानी, डॉ वानी छाबरानी ,चांदनी मुनियाल, निधि मोहनानी,दिशा मोहनानी, रूपा तनवानी रिचा वटयानी, पूर्व नागपुर महिला टीम अध्यक्ष विधी ग्वालानी सम्मिलित हुई। 

कार्यक्रम में महाराष्ट्र युवा टीम अध्यक्ष अनिल साधवानी, नागपुर युवा टीम अध्यक्ष डॉ मेहुल अडवाणी, महासचिव हितेश जेसवानी भी उपस्थित थे। 

साक्षी थारवानी और डॉ अरुणा जेसवानी को स्मृति चिन्ह बुके देकर सत्कार वीएसएसएस अध्यक्ष प्रताप मोटवानी, दादा विजयकुमार केवलरमानी, डॉ विंकी रुघवानी ने किया। 

कार्यक्रम का कुशलता से संचालन डॉ रिचा सुगंध ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी ने किया।
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