श्री नागपुर गुजराती ब्रम्हसमाज गांधीबाग मे महारुद्र यज्ञ का आयोजन
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नागपुर। श्री नागपुर गुजराती ब्रम्ह समाज गांधीबाग द्वारा नागपुर में पहली बार श्री महारुद्र यज्ञ का विशाल आयोजन 21 से 25 अगस्त तक समाज भवन मे विश्व कल्याण, समाज कल्याण के लिए किया जा रहा है, जिसकी तैयारी बहोत जोर-शोर से समाज भवन में चल रही है। यह यज्ञ नागपुर के और गुजरात के विद्वानो द्वारा कराया जाऐगा। इस यज्ञ के मुख्य पुजारी आदरणीय श्री सागर शास्त्री रहेंगे।
इस यज्ञ में एक मुख्य यजमान और छः सहयजमान रहेंगे। समाज के मानदमंत्री श्री चेतनभाई जोषी ने जानकारी दि की यह यज्ञ प्रतिदिन सबेरे 9 बजे से शम को 6:30 बजे तक रोज 5 दिन तक होगा और नागपुर के भक्तो से विशेष अनुरोध किया है कि सब लोग इस विशाल आयोजन में दर्शन करने पधारे।
समाज के प्रमुख श्री संजयभाई ठाकर ने विशेष जानकारी दि कि जगतपिता श्री शंकर भगवान सभी देवतावो के भी देव है, सब के आराध्य है। श्री शंकर भगवान के लिए कहा जाता है कि 'दुःख द्रावयते हीते सन्द्र' अर्थात 'दुःख को दूर करनेवाले और सब को सुख देनेवाले रूद्र' उनके ग्यारह अवतार है उन सबको हम लोग 'महारुद्र यज्ञ' अंतर्गत पंचदेव सहित आराधना करने की है।
अपन सब यह भी जानते है कि यजुर्वेद के अंतर्गत रूद्रसुक्त मे कुल 66 श्लोक होते है, उसके द्वारा 160 आहुती देने में आती है। ऐसे 11 रूद्रयुक्त करने से 1 रूद्री किया ऐसे कहा जाता है। ऐसे (11 रूद्रयुक्त करने से 1 रूद्री किया ऐसा कहा जाता है).
11 ब्राहमण 11 बार रूद्रयुक्त करे तो 1 लघुरूद्री होती है = 121 = रूद्रयुक्त और जो 11 ब्राहमण 11 बार लघुरूद्र करे तो वो महारूद्र होता है = 11 X 11 X 11 1331 रूद्रसुक्त।
समाज के प्रमुख श्री संजयभाई ठाकर और मानदमंत्री श्री चेतनभाई जोषी ने सभी धर्मप्रेमीयो को विंनती किया है कि इस विशाल और अनोखे आयोजन का लाभ ले और दर्शनार्थ मित्र-परिवार सह पधारे।