परशुराम वाटिका का मनभावन सावन उत्सव
https://www.zeromilepress.com/2022/08/blog-post_18.html
नागपुर। सारा शहर सावनमय हो रहा है मधुर गीतों के स्वर कानों में रस घोल रहे, ठोलक की थापें और
झांझर की झंकार सबको थिरकने को मजबुर कर
देती हैं, तो परशुराम वाटिका कैसे इन सबसे दूर रह सकती थी। मच गई धूम और संचालन करती रति चौबे सखियों को सम्बोधित करती गा उठी।
'सावन बीत रहा है सखियों, जब जागो, तब सावन है, देता है संदेश में सावन, मन में लावो ना तुम पतझड़, दिल के किसी कोने में नटखट, सावन करता है अठखेली, दौड़ के पकड़ो उस सावन को, उड़ ना जावे वो नटखट।'
बस दौड़ पड़ी सखियां और थिरकने लगी और फिर अपनी मादक छबि से सबके मन को लुभाने लगी। प्रसिद्ध शिल्पा तिवारी ने जब किया 'शिव तांडव' तो मंच हिल गया बेहतरीन भावभंगिनाओ ने सबको प्रभावित कर दिया लगा शिव ही अपने अर्ध नारीश्वर रुप में मंच पर आगे, तभी गीता शर्मा मयूरी बन बागों में नाचने लगी, भला मीना तिवारी कैसे पीछे रहती अपने रुप की छटा बिखेरते मोरनी कर कूहूंकती रही तो शानू शर्मा पूरा राजस्थान मंच पर ले आई।
पायल वह चूड़ियां का शोर करती, रश्मि आ गई फिर लहराती हरित सजी, परिधान में रानी वर्मा ने 70 साल की उम्र को चकमा दे मंच हिला दिया। किरण जब आई लहराती मानों हवा में कर रही नृत्य तौ छबि कहां 75 की उम्र को कहती रूक जालों लोग वाह वाह कर उठे, उसके कदमों की फुर्ती देख एक से एक नृत्य प्रस्तुत किये गए सबके दिल दिमाग मे् यह सावन बस गया।
संचालन रति चौबे का, आभार ममता शर्मा का और समस्त दर्शकों को शुभकामनाएं रेखा पांडे ने दी। यह मनभावन सावन संदेश दै गया जब जागो तब सावन है।