Loading...

'यादें रफी' : दिल की आवाज़ भी सुन..

 

नागपुर। मंदा बहुउद्देशीय समाज विकास संस्था द्वारा पद्मश्री पार्श्वगायक मोहम्मद रफी साहब की 42 वी पुण्यतिथि पर उनके गाए हुए गीतों पर आधारित संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन अंध विद्यालय के प्रांगण में किया गया। 

सर्वप्रथम संस्था की अध्यक्षा मंदाताई वैरागडे, डॉक्टर श्वेता भूतड़ा (आई स्पेशलिस्ट), डॉक्टर आनंद भूतड़ा (चाइल्ड स्पेशलिस्ट), ममता अरोड़ा (गोल्ड मेडलिस्ट), महात्मा फूले विकास महामंडल के सहारे मैडम, समाज कल्याण विभाग के सिद्धार्थ गायकवाड, बाल कल्याण विभाग के कोल्हे मॅडम, जिल्हा परीषद के भोयर साहब, सिटी सर्वे से पंकज फुटाने, आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी प्रदीप जारोंडे, समाज सेविका वृंदा ठाकरे, अशोक बंग, अविनाश झाड़े पूर्व आयुक्त, प्रशासकीय अधिकारी महेश टेंभरे, अधिक्षक कार्यशाला राजेश हाडके, रेलवे वाणिज्य विभाग के पाटिल सर, गायक संगीतकार राज चौधरी आदि मान्यवरों द्वारा रफी साहब की प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित किया गया। 
तत्पश्चात, वैशाली मदारे, असीमा बोस, वीरेश सोलंकी, महेश टेंभरे, लोहकरे सर, अवंती देशपांडे, वैष्णवी महरले, अनिल सोनट्टके, ओमप्रकाश गौर, राजेश हाडके और राज चौधरी ने एक से बढ़कर एक गीतों से रफी साहब को याद किया।  

वृंदा ठाकरे ने 'रजनीगंधा', वैशाली मदारे ने 'तू ही सागर है तू ही किनारा', 'तुम मुझे यूं भूला ना पाओगे' , असीमा बोस ने 'क्या हुआ तेरा वादा', 'पत्ता पत्ता बूटा बूटा', विरेश सोलंके ने 'तेरी आंखों के सिवा', महेश टेंभरे ने 'शोधिशी मानवा', लोहकरे ने 'सलामत रहे दोस्ताना हमारा', राजेश हाडके ने 'आने से उसके आए बहार', 

अनिल सोनट्टके ने 'कर चले हम फिदा', वैष्णवी महरले ने 'ऐ मेरे वतन', ओमप्रकाश गौड़ ने 'ये रेशमी जुल्फें& और राज चौधरी ने लोगों द्वारा वंसमोर दिए गए गीत 'मधुबन में राधिका नाचे रे', 'दिल का सूना साज़', 'चाहूंगा मैं तुझे', 'नज़र आती नहीं मंजिल' जैसे एक से बढ़कर एक गीतों को पेश किया। 

गायक कलाकारों को कीबोर्ड पर दीपक रामटेके, विकास बारापात्रे ने ऑक्टोपॅड, गिटार पर अमित गजभिए, तबला और ढोलक पर शैलेश देवघरे ने शानदार साथ दिया। साउंड सिस्टम दीपांकर ने संभाला। कार्यक्रम में निवेदन बी. पद्मा ने किया। 

कार्यक्रम के लिए अन्ध विद्यालयों के बच्चों के साथ-साथ उनके शिक्षकों ने तथा आदेश वैरागडे ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया। सभी कलाकारों और उपस्थित दर्शकों का आभार मंदाताई वैरागडे ने अपने शब्दो में व्यक्त किया।
कला 4944408196860658605
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list