समाजसेवी अरविंदकुमार रतूड़ी महाराष्ट्र कामगार गौरव पुरस्कार से सम्मानित
नागपुर। सक्करधरा में 2 अप्रैल को युवा समाजसेवी और किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स, राष्ट्र निर्माण की और दो कदम, नारी शक्ति एक सम्मान,पशु क्रूरता के ख़िलाफ़ जंग नागपुर महाराष्ट्र के संस्थापक अध्यक्ष और राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार कार्यकर्ता अरविंदकुमार रतूड़ी को मजदूरों और असंगठित मजदूरों के संरक्षण और उनके परिवार के स्वास्थ्य,शिक्षा और मौलिक अधिकारों के लिए लड़ने और समय समय पर उन्हें निःशुल्क कानूनी मदद उपलब्ध करवाने एवं विभिन्न प्रकार के देशहित जनकल्याणकारी कार्यो जो कि निःशुल्क,निस्वार्थ निर्भीक,निष्पक्ष सालों से निरंतर चले आ रहे है
और विषेश कर कोविड 19 वायरस महामारी में एक निर्भीक करोना योद्धा बनकर मार्च २०२० से लगातार वर्तमान समय तक अपनी मानवतावादी सेवा देने असंख्य ज़रूरतमंद लोगों, बेसहारा गरीबों को जीवन आवश्यक सामग्री दान करने, परप्रांतिय लोगों, छात्रों,मजदूरों को उनके राज्यों में भेजने,कोविड वायरस से बचने हेतु जनजागृति अभियान चलाने, गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन,दवाइयां कम दरों में मुहैय्या करवाने,अस्पतालों में बिल कम करवाने, बैड मुहैय्या करवाते हुए भर्ती करवाने,नक़ली दवाईयों के गिरोह पकड़ने के साथ साथ लगभग ३३०० से उपर करोना मृतकों का अंतिम संस्कार उनके धर्म मजहब और रीति-रिवाजों से स्वयं के खर्चे से करने के लिए एकता फाउंडेशन और ग्लोबल एकता मीडिया द्वारा महाराष्ट्र कामगार गौरव पुरस्कार २०२२ गौरव सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया
संस्थान के अध्यक्ष श्री डॉ.जय रामटेक द्वारा यह सम्मान और प्रमाण पत्र दिया गया और रतूड़ी के कम उम्र से ही निरंतर चले आ रहे मानवतावादी सामाज कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा डॉ जय रामटेक द्वारा की गई प्रमाण पत्र मिलने पर श्री रतूड़ी द्वारा कहा गया कि यह सम्मान और प्रतिष्ठित प्रमाण पत्र मिलना मेरे और मेरे समाज कार्य के एक अविस्मरणीय सम्मान और गौरवशाली दिन है और अब देश समाज, मजदूरों के प्रति मेरी ज़िम्मेदारी चौबीसों घंटे ज़्यादा से ज़्यादा बढ़ गई है और मानवता का दायित्व भी बहुत ज्यादा बढ़ गया है यह सिर्फ सम्मान पत्र नहीं है बल्कि मेरे लिए प्रेरणा है आख़री सांसों तक समाज सेवा करने के लिए मुझे मेरे कर्तव्य निभाने की याद दिलाते रहने के लिए सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में जो मान सम्मान और प्रमाण पत्र मिलते हैं वहीं हमारी सामाजिक जिंदगी की असली दौलत होती है और हमारी पहचान होती है रतूड़ी ने यह सम्मान अपने स्वर्गीय माता-पिता परिवार के अलावा देश के सभी मजदूरों,असंगठित मजदूरों को समर्पित किया है।