अलग से कैंसर मंत्रालय बने : नरेंद्र सतीजा
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कैंसर जागरूकता दिवस
नागपुर। जानलेवा बीमारी कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. हाल ही में कोरोना लहर आई, जानें गई और वैक्सीन भी आ गई. कैंसर के क्षेत्र में निरंतर सेवारत समाजसेवी नरेंद्र सतीजा के अनुसार कोरोना से कई गुना खतरनाक है और अभी तक कोई ठोस ईलाज नहीं मिल पाया है.
हर वर्ष समूचे विश्व में 4 फरवरी को कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है और इसके अलावा हमारे देश में 7 नवंबर को जागरूकता दिवस मनाया जाता है जबकि विश्व में जून माह के प्रथम रविवार को कैंसर सरवायवर डे मनाने की परंपरा है.बेशक इन आयोजनों का उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता लाना है लेकिन अभी भी काफी गुंजाइश है.
विशेष रूप से शासकीय पहल जरूरी है. दरअसल इस हेतु अलग से कैंसर मंत्रालय बनाया जाए अथवा स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष कैंसर विभाग हो जिसमें केवल कैंसर से जुड़े काम हों. निश्चित रूप से कैंसर से बचा जा सकता है बशर्ते हम जागरूक रहें. प्रशासन अभी भी इतना गंभीर नहीं है जैसा कि कोरोना को लेकर हुआ. कोरोना की तरह कैंसर की सघन जांच हो तो ही कुछ बात बन सकती है वर्ना जिस रफ्तार से कैंसर बढ़ रहा है देश को कैंसर की राजधानी बनते देर नहीं लगेगी.
नागरिकों का भी दायित्व है कैंसर के खतरों को नजरअंदाज न करें. दरअसल बचाव ही श्रेष्ठ उपचार है. साथ ही जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी है. विशेष कर खानपान को लेकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. इस वर्ष कैंसर जागरूकता दिवस की थीम क्लोज द केयर गैप ऱखी गई है अर्थात कैंसर रोगी की देखभाल निरंतर हो एवं हम भी समय-समय पर जांच करवाते रहें.