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आम बजट की प्रतिक्रियाएं


बजट में छोटे व्यापारी व मीडिल क्लास के लिए कोई राहत नहीं

नागपुर। नागपुर जनरल असोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक आहुजा ने कहा हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रस्तुत आम बजट 2022 - 23 में आशा के विपरीत जो छोटे व्यापारी पिछले दो वर्षों से कोविड 19 जूझ रहे व्यापारियों के लिए ना कोई राहत, न टैक्स में रिलिफ और ना ही पैकेज और पेंशन योजना का उल्लेख किया गया है। 

यह बजट केवल इस्फटेक्चर (बुनियाद ढांचे) को बढ़ाने वाला बजट बहुत अच्छा है। साथ ही नागपुर जि‌ल्हे की  80 लाख जनसंख्या की वर्षों पुरानी मांग नागपुर से दिल्ली सीधी ट्रेन सुपरफास्ट दुरंतो ट्रेन नागपुर सुपरफास्ट दुरंतो की घोषणा नहीं हुई।


- अशोक आहुजा

पूर्व अध्यक्ष : नागपुर जनरल असोसिएशन
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विकासमुखी, बेहतर संतुलित बजट

नागपुर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट २०२२-२३ अत्यंत संतुलित, विकासमुखी व भविष्य मे भारत को नये आयाम पर पहुचाने वाला बजट है। बजट मे कोई भी नये टैक्स का बोझ जनता पर नहीं डाला गया है। २०,००० करोड़ हाईवे विस्तार, आर्गेनिक खेती को बढावा देना, स्टार्टअप को प्रौत्साहित करना अच्छा निर्णय है।

खेतों को डिजिटल से जोडना, न्यू जनरेशन कंपनियों को प्रोत्साहित करना नये भारत का निर्माण करेगा।रेलवे मे पीपीपी माँडल का विकास, १०० गति शक्ति टर्मिनल, १३० लाख MSME को अतिरिक्त कर्ज , ८० लाख घरों के लिए ४८,००० करोड़, ५बडी नदियों को जोडना, ३ साल मे ४०० वंदे भारत ट्रेन आदि बहुत सकारात्मक कदम है जो भारत को नया आयाम देने का काम करेंगे।

डिफेंस के कुल खर्च का ६८% भारतीय निर्माताओं द्वारा निर्मित संसाधनों पर खर्च, इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी स्वापिंग(अदल बदल) को प्रोत्साहन करने हेतु योजना, केपिटल खर्च ४०% बढाकर ५ लाख करोड से ७.५  लाख करोड़ करना सकारात्मक कदम है। कुल मिलाकर हम कह सकते है कि बजट अर्थव्यवस्था को गति देने वाला, व रोजगार बढाने वाला बजट है।


- शरद बागडी

सदस्य-वर्ड कांस्टिट्युशन एंड पार्लियामेंट असोसिएशन, यू.एस.ए.
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बजट युवा वर्ग को खुश करने वाला

नागपुर। संसद में पहली बार डिजिटल बजट प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल अर्थव्यवस्था और डिजिटल पेमेंट को बढ़ाने पर जोर देते हुए बहुत सारी सौगातें दी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 80,00,000 जरूरतमंद लोगों को घर मुहैया कराने और हर घर में नल पहुंचाने के तहत लगभग 3 करोड़ घरों में नल पहुंचाने की बात भी अपने बजट में कही है जो निस्संदेह है स्वागत योग्य है। 

मोबाइल फोन चार्जर और चमड़े की वस्तुएं सस्ते होने से युवा वर्ग तो बहुत खुश होगा ही वहीं महिलाएं इमिटेशन ज्वेलरी महंगी होने से थोड़ी नाखुश हो सकती हैं क्योंकि सोना इतना महंगा है की हर महिला आजकल इमिटेशन ज्वेलरी का ही उपयोग ज्यादा करती हैं। कार्पोरेट टैक्स घटाने के साथ-साथ अगर आम आदमी को भी इनकम टेक्स में कुछ हद तक छूट दी जाती तो खुशियां दुगनी हो जाती।


- रितु शर्मा

उपाध्यक्ष : विप्र फाउंडेशन, नागपुर
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बजट किसानों को खुश करने वाला

नागपुर। केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में वर्ष 2022-23 का आम बजट प्रस्तुत किया। दी होलसेल ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट अस्सो के सचिव प्रताप मोटवानी ने कहा की वित्त मंत्री द्वारा बजट किसानों को खुश करने वाला बजट में किसानों को अनेक सुविधाओ को तोहफे देकर किसानों को खुश करने का प्रयास किया गया है। 

मोटवानी ने बताया की इंकम टैक्स में कोई भी परिवर्तन या कोई भी राहत नही होने से व्यापारी वर्ग मायूस है, वित्त मंत्री ने वर्ष 2023 को मोटा अनाज घोषित किया है। तिलहन उत्पादन को बढ़ाने ताकि आयात पर निर्भरता कम हो। फसलों की एमएसपी में रिकॉर्ड खरीदी का लक्ष्य दलहनों के उत्पादन पर ध्यान 20 हजार करोड़ हाई वे विस्तार के लिए और आर्गनिक खेती को बढ़ावा अच्छा निर्णय है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना, विकास को प्रोत्साहन देने की बात कही गयी है जो अच्छी पहल है। रिज़र्व बैंक द्वारा डिजिटल करेंसी का निर्णय स्वागत योग्य है। 

ई पासपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में छूट सराहनीय है। व्यापारियों उद्योगपति और अन्य साधनों से जीएसटी में 1.4 लाख करोड़ का रिकॉर्ड कलेक्शन होने के बाद सरकार ने इन क्षेत्र में कोरोना के नुकसान हेतु टेक्स में राहत देना चाहिए था। मोटवानी ने बताया कुल मिलाकर बजट अच्छा है, किसानों को इसका फायदा होंगा।


- प्रताप मोटवानी

सचिव : होलसेल ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट असोसिएशन नागपुर
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इस बजट से यात्री संतुष्ट नहीं हैं

नागपुर। रेल बजट आज के बजट में ज्यादा केंद्रित नहीं है क्योंकि यात्रियों को इस बजट में सुविधाएं देखने की संभावना नहीं है आज के बजट से पता चलता है कि तीन साल में सिर्फ 400 वंदेभारत ट्रेन चलेगी और 10 गति शक्ति टर्मिनल बनेगा जैसा कि हम जानते हैं कि महामारी के वर्ष में सभी रियायतें और यात्री ट्रेन को रोक दिया गया था, इस बजट में इस पर चर्चा नहीं की गई थी कि वंदेभारत ट्रेन किस जोन और डिवीजन से जा रही है, यह भी स्पष्ट नहीं है। 

नागपुर महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी है, नागपुर से नई दिल्ली के लिए ट्रेन चलाने की मांग भी पूरी नहीं हो रही है नागपुर से लखनऊ, नागपुर से हावड़ा, नागपुर से बेंगलुरु वर्तमान बजट ने यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया रेल बजट और आम बजट को अलग-अलग कर देना चाहिए। तीसरी और चौथी लाइन की तरह परियोजनाएं भी पूरी नहीं होती हैं। महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को क्या सुविधाएं दी जाती हैं, इस पर भी चर्चा नहीं की जाती है। यात्री इस बजट से संतुष्ट नहीं हैं।


- बसंत कुमार शुक्ला

सचिव : भारतीय यात्री केंद्र
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यह बजट आधुनिक भारत के बहुमुखी विकास का रूप

नागपुर। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 9 वें बजट के दौरान अधिकांश योजनायें डिजिटल स्वरूप में पेश की है। जिसमे 75 जिले में डिजिटल सुविधाएं, कौशल विकास के लिए ई पोर्टल, डीटीएच सुविधा, ई पासपोर्ट, पीएमई विद्या, एक स्टेशन एक रैंक उत्पाद, स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा, मिशन शक्ति, कृषि ग्रामीण उद्यम के लिए स्टार्ट अप, शासकीय दस्तावेज़ का  डिजिटलाइजेशन, ग्रीन क्लीयरेंस सिंगल विंडो, डाकघर एटीएम, 100 मल्टी मॉडल कार्गो हब को प्रमुख स्थान दिया गया है। 

यहाँ तक किसानों को भी  डिजिटलिज़्ड कर दिया गया है। साथ ही आईटीआई मे डिजिटल स्किल, 2022 - 23 के लिए आरबीआई डिजिटल मुद्रा, कृषि वानिकी को बढ़ावा भी देने की बजट में बात कही गई है। बजट मे दिव्यांग के लिए बिमा और दिवांग के माता पिता के लिए सामाजिक सुरक्षा कवच दिया गया है। एक बाजार एक कर का भी बजट में जिक्र किया गया है। बजट की खासियत भी है जिसमे चमड़े की वस्तु सस्ती हुई है। साथ ही कपड़ा, मोबाइल और चार्जर भी सस्ते कर दिए गए है। बजट मे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, एलआईसी आईपीओ, सड़क, रेलवे, एयरपोर्ट के विकास, जल निकासी, 5 नदियों को जोड़ने, 60 लाख नई नौकरी को देने की भी बात कही गई है।

साथ ही शहरी विकास योजना में राज्य सरकारों की मदद करने शिक्षा गुणवत्ता में सुधार, महिला और युवाओं को एक समान अवसर देने की स्पष्ट बात भी बजट में कही गई है। पीएम आवास योजना के तहत 80 लाख मकान, बजट में देश की रक्षा, सुरक्षा, सशस्रा दल में बढ़ोतरी की गई है। यह बजट जहाँ ऐतिहासिक, बहुमुखी विकास का रूप है ,वही वयस्क, प्रौढ़ नागरिकों के मैन्युअल कार्य के लिए बजट में सरकार को रोज़गार, उद्योग के प्रति कुछ व्यवस्था भी सरकार को भविष्य में करनी होगी। क्योंकि आधुनिक युग में भी हाथ से काम करने वाले नागरिकों के ऊपर बेरोजगारी की तलवार लटकी हुई है।


- आनंदमनोहर जोशी

वरिष्ठ पत्रकार
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बजट में मध्य वर्ग के साथ विश्वासघात

कांग्रेस नेता संदीप अग्रवाल ने आरोप लगाया कि वर्ष 2022 - 23 के लिए पेश आम बजट में वेतनभोगी व मध्य वर्ग, गरीबों, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों के लिए कुछ नहीं  किया है 

अग्रवाल ने कहा कि भारत का वेतनभोगी वर्ग एवं मध्यम वर्ग,और किसानों को महामारी  के इस दौर में राहत की उम्मीद कर थी, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला, देश में महंगाई ने सभी की कमरतोड़ दी है। वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से अपने प्रत्यक्ष कर से संबंधित कदमों से इन वर्गों को बहुत निराश किया है।

अग्रवाल ने आरोप लगाया कि यह वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग और किसानों के साथ विश्वासघात है। अग्रवाल ने यह सवाल भी किया कि क्या सरकार ने क्रिप्टो करेंसी से होने वाली आय पर कर लगाकर क्रिप्टो करेंसी को बिना विधेयक लाए ही वैध करार दिया है? जो गलत है।


- संदीप अग्रवाल

कांग्रेसी नेता, नागपुर
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किसानो व व्यापारियों को निराश करने वाला बजट

नागपुर। आज केंद्र सरकार की वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किया गया  जिसपर राकांपा के प्रवक्ता संतोष सिंह ने प्रतिकीया देते हुए कहा कि आम जनता किसान व व्यापारी पहले से ही कोरोना महामारी से त्रस्त है जनता को बजट से काफी उम्मीद थी लेकिन टैक्स स्लैब में कोई परिवर्तन न करके मध्यम वर्ग को आहत करने का काम किया है। किसानो व व्यपारियो के लिए कोई सकारात्मक घोषणा नही की गई है।


- संतोष सिंह

प्रवक्ता : राकांपा, नागपुर शहर
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यह बजट आम आदमी के लिये दुखदायी

गोंदिया। जिला कांग्रेस किसान सेल के महासचिव  भोला गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानो के लिये विशेष निति बजट नही बनाकर अपना विरोध  दर्शा दिया।
इन्कम  टेक्स स्लेब को वैसा ही रख दिया। आम आदमी के लिये दुखदायी बजट रहा। एक राष्ट्र एक रजिस्ट्री पुरानी सरकार की ही निति है। क्रिप्टो करेंसी पर टेक्स लगाकर आम जनता पर नया आर्थिक बोझ आ गया।


- भोला गुप्ता

महासचिव : जिला कांग्रेस किसान सेल, गोंदिया
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बजट से किसान एवं मजदूर मायूस

नागपुर। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज केंद्रीय बजट पेश किया जिसमे श्रमिकों और किसानों के लिए कोई ठोस उपाय नहीं कर पाया। यह बजट आकडोंका खेल है जिसकी वजह से आम जनता के हाथ में कुछ नहीं पड़ेगा। जहां बड़े कॉरपोरेट कारोबारियों को टैक्स में छूट दी गई, वहीं छोटे कारोबारियों को बजट से कुछ नहीं मिला।
कुल मिलाकर यह बजट बेहद निराशाजनक है ऐसा कहना पड़ेगा कि सरकार आपा खो चुकी है।


- दिनेश रमेशचंद्र बंग

गट नेता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जिला परिषद नागपुर

समाचार 8847650778816743684
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