विदर्भ के पर्यटन स्थल को विश्वस्तरीय सुरक्षा जरूरी!
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पर्यटकों को डॉक्टरी जांच के बाद ही दर्शनीय स्थल पर करें रवाना ?
नागपुर (आनंदमनोहर जोशी)। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त राज्य की उपराजधानी और भविष्य की सुरक्षित देश की राजधानी समझे जानेवाले नागपुर शहर और आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थल की सुरक्षा और सावधानी रखना जरूरी है। नागपुर के पास रामटेक प्रभु श्रीराम के पदचिन्ह और रामकुंड के प्रमुख स्थान का श्रद्धा स्थान है।
अयोध्या नरेश प्रभु श्रीराम का रामटेक में वास और अगस्ती मुनि का आश्रम यह प्रमुख पवित्र स्थान है। जहां प्रभु श्रीराम के प्रति भक्ति और भक्तों की आस्था रही है। वर्तमान समय में विदेश से पर्यटक की कमी हुई है। जो की महामारी के खत्म होने पर पुनः शुरू हो सकती हैं। लेकिन भारत देश के २९ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के पर्यटक नागपुर रेलवे स्टेशन से होकर ही आवागमन करते है।
नागपुर का रेलवे स्टेशन उत्तर, दक्षिण, पूर्व,पश्चिम के साथ मध्य भारत को जोड़ता है। नागपुर रेलवे के आगमन पर पर्यटकों के लिए नागपुर, रामटेक, वर्धा, सेवाग्राम, चंद्रपुर की गाइड रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर उपलब्ध कराना समय की मांग है। साथ ही इन सभी पर्यटन स्थल की अभूतपूर्व सुरक्षा, सावधानी, खानपान व्यवस्था में व्यापक सुधार की तत्काल आवश्यकता महसूस हो रही है।
चूंकि नागपुर अब मेट्रो शहर, टूरिस्ट स्थान, स्मार्ट सिटी, जीरोमाइल, टाइगर कैपिटल, ऑरेंज सिटी आदि स्थान से जाना जाता है। ऐसे लोकप्रिय स्थान को विश्वस्तरीय सुरक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराना केंद्र सरकार और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जहां १९४६ में अखंड भारत के समय ब्रिटिश हुकूमत थी।
जब सीताबर्डी किले से ही देश की सुरक्षा के लिए अंग्रेज टेकडी का इस्तेमाल करते थे। मजहब के आधार पर अंग्रेजों ने देश का बंटवारा करके अनेक स्थान यादगार के लिए छोड़े वह स्थान भी नागपुर के किले में मौजूद है। अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख पर्यटन स्थल को सैन्य सुविधा के साथ महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधा की भी जरूरत है। पर्यटन स्थल पर डॉक्टर जांच के बाद पर्यटकों को दर्शनीय स्थल देखने जैसी सुविधा से टूरिस्ट की भी सुरक्षा, सावधानी महत्वपूर्ण सिद्ध होंगी।