बुजुर्ग हैं परिवार की शान : सतीजा
वरिष्ठजन अभिवादन समारोह
नागपुर। महास्वर्ण सेवा संगठन के तत्वावधान में ऐतिहासिक चिटणीसवाडा के राजशाही परिवेश में आयोजित वरिष्ठजन अभिवादन समारोह यादगार रहा. कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी नरेंद्र सतीजा ने की. अपने प्रास्ताविक में संयोजक पुरूषोत्तम कावले ने बताया कि इस पारिवारिक आयोजन में हम हमारे शिल्पकार बुजुर्गों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनका स्नेहिल सत्कार कर रहे हैं.
कार्यक्रम को राजेश रोकड़े, प्रमोद पेठे, गोविंद पसारी, सौरभ ढोमणे, श्रीकांत भंडारकर, विलास बांगरे आदि ने संबोधित किया एवं भगवानदास लचूरिया ने ये तो सच है कि भगवान है गीत प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया.अपने उद्बोधन में प्रमुख अतिथि नरेंद्र सतीजा ने कहा कि बुजुर्ग परिवार की शान होते हैं. संयुक्त परिवार प्रणाली के टूटने से बुजुर्गों की उपेक्षा बढ़ती जा रही है और वृध्दाश्रमोें की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे दौर में बुजुर्गों का अभिवादन समारोह का आयोजन अनुकरणीय है.
कार्यक्रम में श्रीमती वंदनाताई एवं श्री भैय्याजी रोकड़े, श्रीमती सुलोचनाताई एवं श्री विनोद चरडे, श्रीमती विद्याताई एवं मनोहरराव भांडारकर, श्रीमती वनिताताई एवं पुरूषोत्तम पेठे,श्रीमती प्रेरणाताई एवं श्री पुंडलिकराव संभे, श्रीमती माधवीताई एवं श्री शंकरराव सव्वाशेरे,श्री कृष्णराव लोंदे, श्रीमती कुसुमताई लीला़धरराव पाटणे, श्रीमती मंगलाताई अशोकराव उदापुरे, श्रीमती विद्याताई ज्ञानेश्वरराव ढोमणे, श्रीमती शीतलताई सुभाषराव ढोमणे, श्रीमती रत्नावती रतनराज मोढ़ सराफ एवं श्रीमती विजया विठ्ठलराव चरडे का पगड़ी, शाल, श्रीफल, पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिन्ह प्रदान कर स्नेहिल सत्कार किया गया.
सत्कार कार्यक्रम में गोविंद पसारी, रविकांत हरडे, भगवानदास लचूरिया, अतुलराव बांगरे, नारायणराव वड़े, राजेद्र मोढ़, पुरूषोत्तम कावले, अशोकराव नाचनकर, प्रदीप कामवानी, विलास बांगरे, विजय मांगलेकर, अरुण साहू, राजेश आसटकर, कावले, किशोर कावले, मनोज बागडे, अजय पसारी, आनंद चरडे, आदि ने सहयोग दिया कार्यक्रम का रोचक काव्यमय संचालन कवि अनिल मालोकर ने किया. आभार राजेश रोकड़े ने माना.