राष्ट्रीय सखी साहित्य रायगढ़ इकाई ने किया आनलाइन काव्य गोष्ठी
https://www.zeromilepress.com/2022/02/blog-post_39.html
नागपुर/रायगढ। सुर की देवी की आराधना काव्य गोष्ठी द्वारा राष्ट्रीय सखी साहित्य रायगढ़ इकाई के पावन पटल में गुगल मीट के माध्यम से 5 फरवरी को संध्या 7 बजे बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में आनलाइन काव्य गोष्ठी किया गया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में राष्ट्रीय सखी साहित्य परिवार की अध्यक्ष एवं संस्थापक डाॅ. दीपिका सुतोदिया 'सखी', मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ प्रान्ताध्यक्ष एवं राष्ट्रीय जनसंपर्क अधिकारी हरिप्रकाश गुप्ता 'सरल', विशिष्ट अतिथि अनिता मंदिलवार 'सपना' मंच में सुशोभित थीं।
मंच संचालिका द्वय गुलशन खम्हारी एवं एवं अजय पटनायक ने सर्वप्रथम अतिथिगण का स्वागत कर उन्हें मंच पर ससम्मान आमंत्रित किया। तत्पश्चात माँ सरस्वती की आभासी दीप प्रज्वलन कर गुलशन खम्हारी द्वारा सुमधुर स्वर में वंदना की गयी। उसके बाद अध्यक्ष ने अपना उद्बोधन दिया जिसमें उन्होंने कहा कि माँ सरस्वती के आशीर्वाद से हम सब साहित्य को उत्तुंग शिखर तक पहुँचाने सफल होंगे। उसके बाद मंच संचालक द्वारा बारी - बारी से उपस्थित कवि - कवयित्रियों को काव्य पाठ हेतु आमंत्रित किया गया।
इस काव्य गोष्ठी में रायगढ़ इकाई की अध्यक्ष धनेश्वरी देवाँगन 'धरा' सहित रायगढ़ जिले के अनेक कवि कवयित्रियों ने सुर की देवी की आराधना की तथा बसंत बहार पर स्वरचित काव्य पाठ किया। जिसमें गीता उपाध्याय, रुकमणि सिंह ठाकुर, सुधा देवाँगन, साधना मिश्रा, श्यामनारायण श्रीवास्तव, सुशीला साहू, आरती मेहर, गायत्री स्वर्णकार, दुर्गाशंकर इजारदार, तेजराम नायक, इन्दू साहू, रजनी वैष्णव, अजय पटनायक, अंंजना सिन्हा, गुलशन खम्हारी, जयंती पटेल, सुकेशी प्रधान, सुखदेव राठिया, राधा रानी पाँडे, कृष्णा पटेल, चमेली कुर्रे, नीता गुप्ता, सम्मिलित थे। अंत में दीपिका सुतोदिया द्वारा रा. सखी साहित्य परिवार पटल की संचालिका धनेश्वरी 'धरा' का तहे दिल से सभी को एक सूत्र में बाँधे रखने व सब साथ लेकर चलने की सराहना की। इसके बाद अतिथिगण अपने उद्बोधन देते हुए माँ सरस्वती के पुत्र - पुत्रियों को आशीर्वाद प्रदान किया।
कार्यक्रम के अंत में धनेश्वरी 'धरा' व्दारा उपस्थित अतिथि गण एवं कवि कवयित्रियों का आभार व्यक्त किया गया। इस प्रकार रा. सखी साहित्य परिवार इकाई रायगढ़ पावन पटल व्दारा आॅनलाइन कार्यक्रम बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया।