विदेशों में आयुर्वेद की मांग बढ़ी है : राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित
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पावन परम्परा के रसायन विशेषांक का लोकार्पण सम्पन्न
नागपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान एवं उसके बाद विदेशों में आयुर्वेद की दवाओं की मांग बहुत बढ़ी है। वर्तमान केन्द्रीय शासन का भी आयुर्वेद को पर्याप्त सहयोग मिल रहा है। व्यक्ति ने अपना आहार नियन्त्रित रखना चाहिये, पूरी नींद लेना चाहिये एवं सदा प्रसन्न रहना चाहिये यह सबसे बड़ा रसायन है। उक्त उद्गार पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ के प्रशासक श्री बनवारीलाल पुरोहित ने 'पावन परम्परा' पत्रिका के रसायन विशेषांक का लोकार्पण करते हुये व्यक्त किये।
प्रमुख अतिथि मुम्बई हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश मा. रवि देशपाण्डे ने विशेषांक की विषय वस्तु की सराहना करते हुये पत्रिका के व्यापक प्रसार की आवश्यकता प्रतिपादित की। वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. ओमप्रकाश मिश्रा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। पत्रिका के मानद सम्पादक डॉ. गोविन्द प्रसाद उपाध्याय ने अपने प्रस्ताविक में दीपावली पर विशेषांक प्रकाशन की परम्परा तथा इस वर्ष प्रकाशित रसायन विशेषांक की जानकारी प्रस्तुत की। प्रारम्भ में पत्रिका के सम्पादक डा. प्रदीप उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन प्रबंध सम्पादक डॉ. कल्पेश उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर श्री आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मोहन येवले, विदर्भ प्रान्तीय आयुर्वेद सम्मेलन की अध्यक्ष डॉ. अर्चना दाचेवार, डॉ. शशिकांत शर्मा, संजय जोशी, एड. अश्विन देशपाण्डे, श्रीमती शशि भार्गव, श्रीकृष्णकुमार भार्गव आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।