कृषक साहित्यकार डॉ. राजाराम त्रिपाठी का हुआ सम्मान
बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स का स्वर्ण जयंती समारोह संपन्न
सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं किताबों का हुआ लोकार्पण
नागपुर/रायपुर। बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के शानदार 50 वर्ष पूरे होने पर मनाई जा रहे 'स्वर्ण जयंती' समारोह के तत्वाधान में नगर की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था कादंबरी के साथ एक भव्य साहित्य कार्यक्रम का आयोजन जगदलपुर में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर श्री सैयद श्री अली थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विशेषज्ञ तथा जनजाति सरोकारों की दिल्ली से प्रकाशित होने वाली राष्ट्रीय मासिक पत्रिका 'ककसाड़' के संपादक डॉ राजाराम त्रिपाठी के द्वारा की गई।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आकाशवाणी के पूर्व वरिष्ठ उद्घोषक श्री एम. ए. रहीम, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान, जगदलपुर के नगर निगम आयुक्त श्री प्रेम कुमार पटेल , डाइट की प्रमुख तथा वरिष्ठ साहित्यकार शिक्षाविद् डाॅ सुषमा झा एवं बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री किशोर पारख मंचासीन थे। कार्यक्रम का सफल संचालन प्राध्यापिका श्रीमती करमजीत कौर के द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में रीमा दीवान चड्ढा और खुदेजा ख़ान द्वारा संपादित 2 और लिखित 2 कुल 4 पुस्तकों ज़िंदगी ज़िंदाबाद, महिला दिवस : एक अभिव्यक्ति, ढाई आखर और फ़िक्र ओ फ़न का लोकार्पण किया गया।
बस्तर चेम्बर के अध्यक्ष श्री किशोर पारख ने अपने स्वागत वक्तव्य में चेम्बर की स्वर्ण जयंती पर व्यापारिक उद्देश्यों के साथ सामाजिक कार्यक्रमों की भूमिका पर प्रकाश डाला और साहित्यिक अवदान हेतु इस महत्वपूर्ण आयोजन की बात की। अतिथियों के शुभ हस्ते पुस्तकों का लोकार्पण हुआ जिसमें तीन पुस्तकें बस्तर की बेटी रीमा दीवान चड्ढा के सृजन बिंब प्रकाशन द्वारा प्रकाशित कृतियाँ तथा चौथी पुस्तक जगदलपुर की विदुषी ख़ुदेजा ख़ान की 'फ़िक्र ओ फ़न' थी। इसी कड़ी में जनजातीय सरोकारों की राष्ट्रीय पत्रिका 'ककसाड़' के नवीनतम जुलाई - अगस्त अंक का भी अतिथियों के द्वारा लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम अध्यक्ष राजाराम त्रिपाठी ने बस्तर की विशिष्ट दशा दिशा पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान सामाजिक सरोकारों से जुड़ा हुआ लेखन करने के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि एम अली ने दोनों रचनाकारों को बधाई दी और सतत रचनाकर्म से जुड़े रहने के लिए कहा। विशिष्ट अतिथि एम ए रहीम ने नाटक- सम्राट अशोक का ज़िक्र किया और बधाई दी। विशिष्ट अतिथि श्रीमती भारती प्रधान ने इस आयोजन को बहुत महत्वपूर्ण और सुखद कहा।
डाॅ सुषमा झा ने ख़ुदेजा ख़ान की पुस्तक फ़िक्र ओ फ़न की बेहतरीन समीक्षा की , वरिष्ठ कवि समीक्षक श्री हिमांशु शेखर झा ने ढाई आखर की समीक्षा पढ़ी। संपादक रीमा और ख़ुदेजा ने ज़िन्दगी ज़िंदाबाद और महिला दिवस एक अभिव्यक्ति की समीक्षा की। बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स तथा कादंबिनी साहित्यिक संस्था के द्वारा डॉ राजाराम त्रिपाठी, प्रोफेसर सैयद अली सहित अन्य विभूतियों को 'स्मृति चिन्ह' प्रदान कर सम्मानित किया गया
कादम्बरी की ओर से आभार उपाध्यक्ष श्रीमती नंदा कलकोटवार ने आभार व्यक्त किया।
द्वितीय सत्र में संभाग स्तरीय काव्य गोष्ठी आयोजित की गयी जिसमें किरंदुल, कोण्डागांव और धमतरी से कविगण आमंत्रित किये गये। नगर निगम आयुक्त श्री प्रेम कुमार पटेल, वरिष्ठ कवि सुभाष पांडे, विदुषी उर्मिला आचार्य, धमतरी से पधारे जी आर राणा के साथ डाॅ सुषमा झा मंचासीन हुई।
आयुक्त पटेल जी ने बस्तर में साहित्यिक गतिविधियों के लिए कलेक्टर साहब द्वारा भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी और इस भव्य आयोजन के लिए चेम्बर और कादम्बरी की सराहना की। जगदलपुर के वरिष्ठ कवियों में सुभाष पांडे, हिमांशु शेखर झा, अवध किशोर शर्मा, ऋषि शर्मा, सनत जैन, रजनीश बाजपेई और रूपेन्द्र कवि ने काव्य पाठ किया।
कवयित्रियों में डाॅ सुषमा झा, ख़ुदेजा ख़ान, उर्मिला आचार्य,करमजीत कौर,मोहिनी ठाकुर, पूर्णिमा सरोज, वंदना राठौर, ममता जैन, नागपुर से रीमा दीवान चड्ढा, कोण्डागांव से मधु तिवारी और किरंदुल से शकुन शेंडे ने शिरकत की. संचालन ख़ुदेजा ख़ान ने किया।
लगभग 4 घंटे तक ये भव्य आयोजन चला जिसमें नगर के प्रबुद्ध नागरिकों में मदनलाल पारेख ,ललित मालवीय, ब्रिजेश भदौरिया, विजय लक्ष्मी, माधुरी, अनीष दीवान, कादम्बरी की उपाध्यक्ष नंदा कलकोटवार, सचिव मंजू लुंकड़ एवं अन्य सदस्याएं कस्तूरी मैडम, अनीता राज मैडम आदि उपस्थित थे।