कर्मठता, सहनशीलता, विशालता एवं व्यवहारिकता 'जीना इसी का नाम है' : तलरेजा
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नागपुर। सूरज से हम यह सीख सकते हैं कि रोशनी फैलाने के लिए जलना पड़ता है। यह बहुत बड़ी तपस्या है। हम भी रोशनी ला सकते हैं , हमारे लिए भी तपस्या यह है कि हम अधिक से अधिक चेहरों पर मुस्कान लाएं, किसी का दुख बांटें।
इस आशय के विचार मोटीवेशनल स्पीकर दादा वाधनदास तलरेजा ने कहे, वे सिंधुड़ी यूथ विंग व सिंधुड़ी सहेली मंच व सुहिंणा सिंधी पूना की ओर से तुलसी सेतिया के संयोजन में फेसबुक पर आयोजित 'जीना इसी का नाम है' इस विषय पर मोटीवेशनल स्पीच में बोल रहे थे।
इस अवसर पर सुहिंणा सिंधी पूना के अध्यक्ष पीतांबर ढलवानी, वी.एस.एस.एस. ओसीवाड़ा अंधेरी मुंबई के अध्यक्ष खीयल जग्यासी, प्रसिद्ध उद्यमी महेंद्र बजाज अहमदाबाद, यु्वा उद्यमी कु. दिव्या साधवानी, भारतीय सिंधू सभा अमरावती के उपाध्यक्ष मोहनलाल मंधानी, सिंधुड़ी सहेली मंच की महासचिव मंजू कुंगवानी विशेष रुप से उपस्थित थे।
वाधनदास तलरेजा ने अपनी स्पीच में बताया कि संत साईं साधराम साहिब की प्रेरणा से एस.एस.डी. मिशन अहमदाबाद की ओर से दिलीप तलरेजा के मार्ग दर्शन में हैपी होम (सीनियर सिटीजन कालोनी ) स्थापित होने जा रही है, ऐसी सीनियर सिटीजन कालोनीयां अलग अलग शहरों मे स्थापित हों ऐसा आव्हान किया। उन्होने कहा कि अपने लिए कर्मठता, परिवार के लिए सहनशीलता, समाज के लिए विशालता, देश के लिए व्यहारिकता अपनाऐं जीना इसी का नाम है।
इस कार्यक्रम में विशेष रुप से पधारी युवा उद्यमी दिव्या साधवानी व उनके प्रेरणास्रोत महेंन्द्र बजाज (अहमदाबाद) ने बताया कि हमारे लिए गाय पूजनीय है, गाय का गोबर बहुत ही उपयोगी है। हमें गाय के गोबर से दीये बनाने का उद्योग आरंभ किया है। गोबर का दीपक सभी के लिए लाभकारी है, इसको सुबह शाम घर में जाने से आक्सिजन लेवल 10 गुना बढ़ जाती है। वायू से वायरल निकालता है, एनर्जी। स्ट्रांग होती है। गाय, गोबर, गांव व रोज़गार की परिकल्पना को देश के अलावा अंतर्राष्ट्रीय मार्केट तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
पीतांबर पीटर ढलवानी ने इस उपक्रम को गांव में रोज़गार देने वाला उपक्रम बताया। खीयल जग्यासी ने दादा वाधनदास तलरेजा की स्पीच की मुक्तकंठ से सराहा। मोहनलाल मंधानी ने गोबर से दीये बनाने के इस प्रकल्प को देश का गौरव बढाने वाला प्रकल्प बताया। मंजु कुंगवानी ने युवा उद्यमी दिव्या साधवानी का अभिनंदन किया।
प्रस्तावना व संचालन तुलसी सेतिया ने किया। आभार सिंधुड़ी सहेली मंच की महासचिव मंजू कुंगवनी ने माना। इस कार्यक्रम का प्रसारण पवन मटलानी व प्रेम मटलानी ने किया।