Loading...

दलहनों में आत्मनिर्भरता क्यों नही : मोटवानी


सरकार ने एकाएक तुवर मूंग उडद का आयात खोल सभी को किया भौचक्का

नागपुर। केंद्र सरकार ने 15 मई को एकाएक नोटिफिकेशन निकाल कर तुवर मूंग उडद को प्रतिबंधित केटेगरी से हटा दिया। दि होलसेल ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव प्रताप मोटवानी ने बताया कि इसके पूर्व इस जिंसों पर प्रतिमात्मक प्रतिबंध होने से सरकार लायसेंस जारी करती थी तभी देश मे आयात होता था। इन जिंसों को बुलाने में साल भर में एक मात्रा तय की जाती थी ताकि देश के किसानों को समर्थन मूल्यों के दाम मिल सके। सरकार दालों में आत्म निर्भर बनाना चाहती थी। 

मोटवानी ने बताया कि सरकार के अप्रतियाशीत निर्णय से किसान बेहद प्रभावित होंगे, इस निर्णय से बाजारों में घबराहट रही एक तरफ देश कोरोना से जूझ रहा है ऐसे में ऐसे तुगलकी निर्णय से व्यापार को बेहद नुकसान होंगा। मोटवानी ने बताया इस निर्णय से किसानों को एम एस पी  भाव मिलना कोसो दूर होंगा।इसका बाजारों पर असर होंगा और व्यापार पर बेहद असर होंगा। एकाएक आयात खोलने से बाजार का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। 

मोटवानी ने बताया कि इसके साथ ही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 17 मई को मीटिंग बुला दलहन की देश मे उपलब्धता को लेकर अहम चर्चा की जिसमे देश मे दलहन उपलब्धता की समीक्षा कर दालों पर पैनी नजर रख कर कहा कि व्यापारियों को स्टॉक की जानकारी देनी होंगी।मोटवानी ने बताया कि सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन आते ही और सरकार के तीखे बयानों से दो दिनों में दलहनों में बाजार घट गए लेवाल कम रहे बिकवाल ज्यादा रहे।

मंगलवार शाम को तुवर और तुवर दाल में 200 रुपये क्विंटल की गिरावट रही। मुम्बई आयातित लेमन तुवर 6600 से 6400 नागपुर में गाव रानी तुवर 7150 से घटकर 6950 तथा दालों में भाव 8800 से 10200 तक रहे। आयातित उडद मुम्बई पोर्ट में 200 घटकर 6900 उडद मोगर 8500 से 10800, चने में भी 150 की गिरावट रही वायदा बाजार मई के 145 घटकर 5140 रहा नागपुर में दाल क्वालिटी चना 5400 से घटकर 5250 चना दाल 6200 से 6800 तक आयातित तंजानिया चना मुम्बई पोर्ट पर 5050 से घटकर 4950 रहा। मसूर में भी 100 की गिरावट रही मसुर दाल 6700-6900 तक भाव रहे मूंग मोगर में 100-150 घटकर मुंग 6400-6600 तथा मूँग मोगर 8600 से 10500 तक भाव रहे।

मोटवानी ने बताया कि सरकार की नीति से कोई भी मिलर्स ट्रेडर्स या व्यापारी आयात कितनी भी मात्रा में कर सकता है। इसके पूर्व सरकार लायसेंस धारी को आयात एक मात्रा में  करती थी जो अब पूर्णतः खत्म कर दिया है।सरकारी आदेश से किसान और व्यापारी असमंजस की स्थिति में माल खरीदने के बजाय बेचने के मूड में है। मोटवानी ने सरकार के इस निर्णय को वर्तमान की जरूरत नही बताया।पहिले ही कोरोना लॉक डाउन से व्यापार चौपट हो रहा है। किसान व्यापारी पहिले ही प्रताड़ित है। अब उसमें आग में घी डालने का कार्य हुआ है।

समाचार 2503457448326342560
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list