मात्र पंद्रह दिन कोरनटाइन से हजारों को बचा सकते
आज जब हर ओर भयानक महामारी का आतंक फैला है। जहां रोज़ मरने वालों की संख्या मे इज़ाफ़ा हो रहा है। जहां हर ओर दर्द, चीख, पुकार, आंसुओं की वेदना छाई है। यहां तक की मसानघाटो मे जगह ही नहीं शवों के अंतिम संस्कार के लिये और ना ही पर्याप्त लकड़ियां हैं। ऐसी भयावह परिस्थितियों मे सिर्फ़ आप ही लोगों की जान बचा सकते हैं। आप ही अपना बड़प्पन दिखाते हुए मात्र - मात्र पंद्रह दिन कोरोनटाईन हो आप हजारों की जान बचा सकते।
आज बहुत से ऐसे लोग हैं जो कोरोना वायरस से ग्रसित होने के बावजूद अपनी बीमारी को गुप्त रखते हुए खुले आम घूमते रहते हैं। आप सभी जानते की कोरोना वायरस कितना भयावह वायरस है जो कि मरीजों के संपर्क मे आने से निरंतर फैल कर विकराल रुप लिये जा रहा है। आज आपका देश के प्रति एक कर्तव्य है कि यदि कोई भी संक्रमित है तो ऐसे मे मात्र पंद्रह दिन कोरनटाइन हो आज पचास साल की जिंदगी पा सकते हैं।
आप अपने अपनों का भी यदि सहारा हैं तो आप अपने अपनों के चेहरे पे बहुत सालों तक खुशियां बिखेर सकते हैं। आज कोरोना से संक्रमित मरीज हो उसका फर्ज़ है देश के प्रति,इंसानियत के प्रति की अपने संक्रमित होने पर वह खुद सभी को अपने करीब ना आने दे। सभी को सचेत करे। परंतु कुछ लोग ऐसे हैं जो देश के प्रति या इंसानियत के प्रति अपना फर्ज नहीं निभा रहे हैं। ऐसे संक्रमित मरीज को पता होने के बावजूद आज खुद की जान के साथ-साथ हजारों को भी संक्रमित करते हुए लोगों के साथ - साथ देश के संग भी खिलवाड़ कर रहा है।
जहां एक ओर प्रशासन सभी से अपील कर रही,सभी से सहयोग की उम्मीद कर रही है। परंतु कुछ ना समझ लोगों ने इस वायरस को और अपनी जान के साथ - साथ लोगों के जीवन की परवाह ना करते हुए खिलवाड़ बना रखा है सब। आप सभी जागरूक हो जिन्हें कोरोना वायरस हुआ वो इस बीमारी को छुपाते हुए नहीं बल्कि सबको खुद से दूर रहने की सलाह दें और सभी को सचेत करें की किस कदर आप इस समय पीड़ा दायक परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं और आप सभी की सुरक्षा की चाह रखता हूं या रखती हूं कहके सभी को स्वयं सामने से सचैत कर जागरुकता लाऐं।
आप के ऐसा करने से और मात्र पंद्रह से बीस दिन के कोरनटाइन होने से हजारों लोगों को आप भी बचा सकते हैं। आप जो भयावह मंजर, हाहाकार, मौत का तांडव हर ओर दिख रहा है। लोगों को अपनो का कांधा तक नसीब नहीं हो पा रहा है, अंतिम संस्कार के लिये जहां एक ओर लकड़ियां तक नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे मे आप संक्रमित लोग ही हैं जो कोरोना वायरस की इस महामारी मे बनी चैन को तोड़ने मे सार्थक सिध्द हो पाऐंगे।
आज आक्सीजन सिलेंडर तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे, दवाइयों के लिये लोग दुगने दाम तक देने को तैय्यार हैं। सिर्फ़ अपने अपनों को बचाने के लिये। ऐसा भयावह खौफनाक रुह को कंपाने वाला मंज़र मन को पीड़ा दायी कर रहा है। यदि आपमे से कोई भी संक्रमित है इस कोरोना वायरस की महामारी के चलते तो कोरनटाइन होके एक सिमित दायरे मे रह कर अपना इलाज करें साथ ही दवाइयों का मात्र नियमित दस से पंद्रह दिन सेवन करेंगे तो आप जल्द स्वस्थ हो जाऐंगे।
यदि आप संक्रमित हो लापरवाही करते हुए बाहर घूमते रहेंगे तो बाहर की हवा को भी छींक - खासकर प्रदूषित कर संक्रमित कर देंगे। जिससे उसकी चपेट मे आने वाले हजारों व्यक्ति इस वायरस के शिकार हो जाऐंगे। अपने बेहतरीन रवैय्ये, नागरिकता, का परिचय देते हुए सभी की रक्षा का ध्यान रखते हुए आप पचास वर्ष या उससे भी अधिक जो जीने की आपकी उम्र रेखा है अपने अपनों के साथ खुशी - खुशी उसे खुद ही ना उजाड़े और दूसरों की भी ना उजड़ने दें। मात्र पंद्रह दिन।
- वीना आडवाणी 'तन्वी'
नागपुर, महाराष्ट्र