कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन सबसे बड़ा हथियार
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विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का तीसरा चरण एक मई 2021 से शुरू -
कोरोना महामारी से लड़ाई युद्ध स्तर पर - उच्च स्तर पर रणनीति, कार्रवाई शुरू - बंगाल चुनाव में रैलियां सीमित - कोरोना को अब हारना होगा - एड किशन भावनानी
गोंदिया - भारत में एक कहावत है कि हौसले बुलंद हो और रणनीति सटीक हो तो दुश्मन को जरूर चित करने के लिए हमें कामयाबी हासिल होगी। आज ठीक वही दिन आ गए हैं कोरोना महामारी की अति तीव्रता ने सभी नागरिकों सहित अधिकारियों, शासन, प्रशासन, नेताओं, मंत्रियों सहित माननीय प्रधानमंत्री जी भी अब अति तीव्र सक्रिय हो गए हैं और बहुत तेजी के साथ बड़े-बड़े उच्च अधिकारियों, उपराष्ट्रपति सहित सभी राज्यों के राज्यपालों सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों गणमान्य उच्च और विशेषज्ञ डॉक्टरों, फार्मा कंपनियों के डायरेक्टरों, सीईओ सहित अनेक संबंधित व्यक्तियों के साथ बैठक कर महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और उसके संबंध में उनके साथ विचार विमर्श कर आगे की रणनीति बना रहे हैं।
उच्च अधिकारीगण आपस में सामंजस्य स्थापित कर स्थितियों को नियंत्रण में लाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। हर क्षेत्र के माननीय नेता, विधायक, संसद इस संबंध में अपने क्षेत्रों के अनुसार रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं... इन बैठकों की परिणीति है कि माननीय प्रधानमंत्री महोदय ने सोमवार दिनांक 19 अप्रैल 2021 को सुबह 11 बजे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना संकट को लेकर बैठक की जिसमें कोरोना के ताजा हालात को लेकर चर्चा हुई उसके बाद शाम 4:30 बजे अनेक विशेषज्ञ बड़े डॉक्टरों के साथ एक वर्चुअल बैठक की और हालात कीसमीक्षा की और संवाद किया
बैठक में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर एक अहम फैसला हुआ कि एक मई 2021 से कोरोना टीकाकरण अभियान का फेस- 3 शुरू किया जाएगा जिसमें 18 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले सभी लोगों को वैक्सीन डोज दी जाएगी, साथ में यह भी निर्धारित किया गया कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां 50 प्रतिशत सप्लाई केंद्र सरकार को करेगी बाकी 50 प्रतिशत सप्लाई राज्य सरकारों को कर सकेगी या उसे ओपन मार्केट में भी बेच सकेगी। वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए कोविन के जरिए पहले की तरह जरूरी होगा। वैक्सीनेशन की कमी ना हो इसके लिए राज्य सरकारों को कंपनी से सीधे वैक्सीन खरीदने का अधिकार दिया गया है।
बाजार में बिक्री के लिए भी टीके की कीमत पहले बतानी होगी और सरकार राज्य,निजी, अस्पताल, औद्योगिक इकाइयां, कंपनी से सीधे वैक्सीन खरीद सकेगी और वैक्सीन लगाने वाली प्राइवेट कंपनियों को भी इसकी चार्ज पहले बताना होगा। अभी चल रहा फ्री टीकाकरण अभियान पहले की तरह ही जारी रहेगा। वैक्सीनेशन केलिए तय प्रोटोकॉल कापालन करना होगा उल्लेखनीय है कि माननीय प्रधानमंत्री महोदय ने शाम 6 बजे देश की फार्मा कंपनियों के डायरेक्टर तथा कंपनी के सदस्यों के साथ भी बैठक कर विचार विमर्श और समीक्षा की थी।
उल्लेखनीय है कि इसकी मांग काफी समय से कई प्रमुख राजनीतिक पार्टियां भी कर रही थी परंतु सरकार की योजना रणनीतिक रूप से टीकाकरण अभियान चलाने की थी, जिसके तहत डॉक्टरों के साथ बैठक में यह फैसला लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रथम चरण में फ्रंटलाइन व वर्कर्स और 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को, दूसरे चरण में 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को और अब तीसरे चरण में यह फैसला किया गया है। इसके अंतर्गत टीको की खरीद और टीका लगवाने की पात्रता में ढील दी जा रही है। इसके लिए टीका निर्माताओं को उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है ।वैसे बता दें कि मंगलवार दिनांक 20 अप्रैल 2021 को माननीय प्रधानमंत्री महोदय टीका निर्माताओं के साथ भी बैठक कर रहे हैं यह जानकारी मीडिया द्वारा दी गई है।
प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों के साथ बैठक में कहा है कि कोविड-19 के निस्तारण के लिए टीकाकरण ही सबसे बड़ाहथियार हैऔर उससे हम कोरोना की जंग जरूर जीतेंगे। उन्होंने डॉक्टरों से अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित देनेको कहा है और प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग टीकाकरण से घबराए नहीं। एक जानकारी के अनुसार इस तीसरे चरण को मिलाकर अब देश में कुल 90 करोड लोग टीकाकरण के लिए पात्र हो जाएंगे और इतनी बड़ी संख्या में अगर तेजी के साथ टीकाकरण हुआ तो स्वाभाविक रूप से कोरोना को भारत के नागरिक योद्धाओं से हारना ही होगा इसके लिए हम सबभारतीयों को कोरोना से जंग लड़ने के लिए योद्धा बनकर टीका लगवाना होगा और शासन को सहयोग करना होगा।
क्योंकि यह वैक्सीनेशन ही आज हमारा सबसे बड़ा हथियार है और मास्क, दो गज की दूरी, बार-बार हाथ धोना, यह एक आदत बनानी होगी तो फिर हमारी जीत पक्की है। वह दिन दूर नहीं नजदीक होगा जब हम कामयाबी की मंजिल पर होंगे और कोरोना महामारी भारत के लिए एक बीता हुआ अतीत होगा और उसके लिए हर भारतीय नागरिक का सहयोग, साथ सहभाग जरूर होना होगा।...उल्लेखनीय है कि इस कोरोना की जंग में बस एक क्षेत्र अभी तक छूटा हुआ था वह था बंगाल जहां बड़े जोर शोर से रैलियों का और रोडशो का हुजूम उमड़ा हुआ था।
टीवी चैनलों पर जिस तरह से दिखाया जा रहा था तो ऐसा लग रहा था कि वहां कोरोना का नामोनिशान नहीं है। सभी गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। चुनाव आयोग सहित शासन प्रशासन और सभी राजनीतिक दल चुप थे। परंतु वहां भी सोमवार दिनांक 19 अप्रैल 2021 को करीब-करीब सभी बड़े राजनीतिक दलों ने रैलियां, रोड शो कैंसिल कर सीमित संख्या में रैलियां करने की घोषणा की बाकी के तीन चरणों में एक राजनीतिक दल 500 से अधिक लोग रैलियों में नहीं रखेंगे ऐसी घोषणा की है।
सत्ताधारी दल ने भी रैलियों कैंसिल की है और पता चल रहा है कि वहां भी कोरोना की रफ्तार अब तेज हो गई है। बस देर आए दुरुस्त आए और रैलियों को रोकने में देरी की पर दुरुस्ती की। अतः आप सब के साथ मिलकर कोरोना महामारी से लड़ाई युद्ध स्तर पर है उच्च स्तर पर राजनीति कार्रवाई शुरू है और उनको अब और ना ही होगा।
- किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया (महाराष्ट्र)