खुद में तलाशे हीरा पर वाधनदास तलरेजा ने किया मार्गदर्शन
https://www.zeromilepress.com/2021/04/blog-post_694.html
नागपुर। नगर के सिंधी कलाकारों की संस्था सिंधुड़ी यूथ विंग नागपुर व सिंधुड़ी सहेली मंच तथा सुहिंणा सिंधी पूना के संयुक्त त्वावधान में फेसबुक पर "खुद में तलाशें हीरा" इस विषय पर वाधनदास तलरेजा का मोटीवेशन स्पीच का आयोजन आनलाइन किया गया. सिंधुड़ी यूथ विंग के संस्थापक संयोजक तुलसी सेतिया के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सिंध मुक्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो.विजयकुमार केवलरामानी ने की.
सुहिंणा सिंधी पूना के अध्यक्ष पीतांबर पीटर ढलवानी मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। भारतीय सिंधू सभा महिला मंच अमरावती की महासचिव मंजू आडवानी विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थीं. प्रख्यात मोटिवेशनल स्पीकर दादा वाधनदास तलरेजा ने अपने वक्त्व्य में कहा कि ईश्वर ने हम सब के अंदर गुण रुपी हीरा दिया हुआ है, हर किसी में कुछ न कुछ अलग से टैलेंट समाया हुआ है लेकिन हम अंदर समाये हुए गुण रुपी हीरे को तलाशते ही नहीं है।
हम प्रयास ही नहीं करते। ईश्वर की रचना देखिये कि धरती तो एक ही लेकिन कहीं पर संतरे की, कहीं पर गेहूं की तो कहीं पर चावल आदि की फसल होती है और कहीं पर हीरे निकलते हैं। धरती को गुणों के आधार पर बांटा गया है ,लेकिन जरुरत है तलाशने की, तराशने की केवल तलाशना नहीं है, तराशना है और उसे चमकाना है । पूरी सृष्टि में इंसान ही हीरा है , आवश्यकता है स्वयं को पहचान ने की, हमारे सुप्त गुणों को जगाने की । रामायण में हमने देखा कि सीता माता की खोज के समय जामवंत ने हनुमान को उसके सुप्त गुण को याद दिलाया था।
तलरेजा ने अपने स्पीच में विद्धवान लेखक डेलकारा, रतन टाटा, सचिन तेंदुलकर,थामस एडिसन,भु्तपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के ड्राइवर, अनिल मणीभाई नायक, किरण मजूमदार व सावजी भाई ढोलकिया ने अपने अंदर छुपे हीरे को पहचाना तराशा और सफलता हासिल की। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रा.विजय कुमार केवलरामानी ने कहा कि यह कार्यक्रम सब के लिए प्रेणादायी है.अखंड भारत पर विचार रखे हुए कहा कि सिंध के बिना हिंद अधुरा है। यह सपना अवश्य साकार होगा, सिंध में भी सिंध को मुक्त करने का आंदोलन चलाया जा रहा है और मुझे विश्वास है कि सिंध मुक्त होकर रहेगा।
सुहिंणा सिंधी पूना के अध्यक्ष पीतांबर पीटर ढलवानी ने बताया कि इस कार्यक्रम को भारत के अलावा अन्य देशों के दर्शर्को ने भी सराहा है। भारतीय सिंधू सभा महिला मंच की महासचिव मंजू आडवानी ने कहा कि दादा वाधनदास ने अपनी ओजस्वी वाणी में जो स्पीच दी है और जो उदाहरण व सूत्र बताए हैं वे सफलता हासिल करने के लिए मील का पत्थर साबित होंगे आडवानी ने एक किसान व हीरे के संदर्भ की कहानी भी बतायी।इस अवसर पर सिंधुड़ी यूथ विंग के महासचिव महेश चेलानी उस्थित थे। प्रस्तावना व संचालन तुलसी सेतिया ने किया। आभार सिंधुड़ी सहेली मंच की महासचिव मंजू कुंगवनी ने माना।