नीलू मुनाफ का तेरह गायिकाओं की आवाज का अलग अंदाज
https://www.zeromilepress.com/2021/03/blog-post_71.html
नागपुर। बॉलीवुड फिल्मों ने मधुर लेकिन विविधतापूर्ण आवाज़ों के साथ कई गायिकाओं को जन्म दिया है। गायिका नीलू मुनाफ ने ऐसे चुनिंदा तेरह गायिकाओं की की आवाज़ में उनके गीत गाकर एक अलग संस्करण पेश किया और दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। हार्मोनी इव्हेंट्स वुमन एरा की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
हार्मोनी इवेंट्स और डांस एकेडमी के फेसबुक पेज पर प्रसारित किये गये इस कार्यक्रम में विभिन्न शैलियों की गायिकाओं के गीत नीलू मुनाफ द्वारा प्रस्तुत किए गये। नागपुर में पहली बार हार्मोनी इवेंट्स द्वारा ऐसा अनुठा प्रयोग किया गया। आशिया डेवलपर्स के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम की परिकल्पना राजेश समर्थ ने की थी और इसका मंच संचालन श्वेता शेलगांवकर ने किया।
नीलू मुनाफ ने प्रसिद्ध गायिका सलमा की आवाज़ में दिल के अरमान, फ़िज़ा भी है गीत का प्रदर्शन करके शुरुआत से ही दर्शकों का दिल जीत लिया। शमशाद बेगम की सैय्या दिल में आना रे, मेरे पिया गये रंगून इन गीतों को अनोखे अंदाज मे प्रस्तुत किया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। नीलू ने रुना इस गायिका के दे दे प्यार दे और मेरा बाबू छैलछबिला इस गीतों का भी प्रदर्शन किया।
जसबिंदर की दुल्ले का सहेरा, अलीशा चिनॉय की मेड इन इंडिया और तेरे इश्क में नाचेंगे, इला अरुण की होलीयांमां उड़े गुलाल, रेखा भारद्वाज की हमरी अटरिया, सपना अवस्थी की कभी बंधन जूडा लिया इन गीतों की प्रस्तुती दी। नीलू मुनाफ ने उषा उत्थोप के गीतों के साथ नूरजहाँ की आवाज़ में गाये गये आवाज दे कहा है, शुभा मुदगल की रंगीलो मारो ढोलना, ऋचा शर्मा की ज़िंदगी में कोई के विभिन्न गीतों को पेश किया। दर्शकों ने उनके बहुआयामी गायन की सराहना की।