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डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय ने की प्रा. शेख साबेर को पीएच. डी प्रदान



कुलगुरु डॉ प्रमोद येवले ने दी बधाई

नागपुर/पुणे। डॉ बाबासाहब अम्बेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद ने प्रा. शेख साबेर को उनके शोधकार्य ‘भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के काव्य में विविध स्वर' इस विषय पर डाक्टर आफ फिलसफी की उपाधि प्रदान की है. इस शोध - कार्य के लिए प्रा. शेख साबेर को कुलगुरु डॉ प्रमोद येवले ने बधाई दी है। 

प्रा. शेख साबेर ने अपना शोधकार्य प्रा. डॉ.रमाकांत आपरे के निर्देशन में संपन्न किया है।  हालिमें  मौखिकी परिक्षा ऑनलाईन हुई। गौरतलब है कि प्रा. शेख साबेर वर्तमान में राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार के नॅशनल महाविद्यालय,  में हिंदी विभागाध्यक्ष का दायित्वा संभाल रहे हैं और इसके साथ ही अध्य्पान कार्य में जुटे हैं। 

राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार ने भी राजधर्म शिक्षा को याद दिलाया। अटल जी के काव्य पर यह प्रथम शोध कार्य हुआ इसलिए प्रा शेख साबेर को बधाई दी। प्र - कुलगुरु डॉ शाम सिरसाठ जी ने कहा- प्रा.शेख साबेर को बहुत-बहुत बधाई। जिस सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, मानवतावाद के विषय के बारे में आपने शोध कार्य किया है, उसकी महत्ता के बारे में देश के लोगों को बताने की बहुत सख्त जरुरत है।

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद एवं मानव समाज की बात करने वाले  आप जैसे मूर्धन्य लोगों द्वारा इस दिशा में किये जाने वाले शोधकार्य का प्रयास काफी सराहनीय कदम है। हमारी शुभकामना यही है कि आप आगे चलकर भारतीय समाज के नवनिर्माण में अपनी अहम भूमिका अदा कर सकें। 

नगरी लिपि कार्याध्यक्ष डॉ शाहाबोद्दीन शेख ने बधाई देते हुए अपना मंतव्य व्यक्त किया कि अटलजी जैसे अतभूत कवि राजनेता पर यह अनोखा कार्य करके प्रा डॉ शेख साबेर स्वयं गौरवान्वित हुए है। आज की राजनीति एवं भारतीय युवा पीढ़ी को अटल जी के साहित्य से रुबरु करना बहुत जरूरी है। क्योकि भारत के सुखद भविष्य की मानवतवादी चेतना अटल जी के काव्य में मिलती है। इसे दर्शने का  कार्य बखूबी अपने शोध-प्रबंध के माध्यम से डॉ शेख साबेर ने किया है। इसलिए वे बधाई के पात्र है। 

विश्वविद्यालय हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ सुधाकर शेंडगे ने अपने मतंव्य में कहा - यह विषय महत्वपूर्ण है और आपके इस आगाज़ के बाद इस पर विमर्श होगे। आगे के भी विमर्श के रास्ते खुलेंगे। हिन्दी सहित्य के क्षेत्र में यह शोध निश्चित तौर पर मिल का पत्थर साबित होगा और आने वाले समय में शोधार्थियों को इसका निश्चित लाभ मिलेगा। डॉ दासासाहब गजहंस ने कहा - डॉ शेख साबेर की पीएच.डी अन्य जैसी नहीं है।जिंदगी की हकीकतें  कड़ी मेहनत कडवे-मीठे जिवन संघर्ष की यात्रा है। 

वसंतराव नाईक अध्यापक महाविद्यालय के प्राचार्य अनंत चौधरी ने कहा ‘भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के काव्य में विविध स्वर’ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, मानवतावाद की प्रस्तुति का बहुत उचित विषय चुनने के लिए, एक अछूते विषय पर कार्य के लिए। विषय को वैचारिक आधार देने के लिए। और उसीपर शोधकार्य करते हुए, पीएच. डी. प्राप्त करने के लिए। डॉ शेख साबेर का अभिनन्दन और शुभकामनाएँ। 

अपनी अग्निधर्मा लेखनी से समाचार पत्रों, पत्रिकाओं एवं अंतर्जाल पर सांस्कृतिक राष्ट्र्वादी धारा को मजबूत करने वाले डॉ. शेख साबेर स्थानिय समाचार पत्रो में लेख लिखा करते हैं। इस कार्य के लिये डॉ शेख साबेर को स्वागत के साथ ही संस्थान के सचिव अब्दुल समीर, प्र. अ. रईस खान और विभिन्न महाविद्यालय के प्राचार्यों एंव मित्रो ने शुभकामनाएँ बधाई दी।

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