संविधान चौक पर राकांपा का पानी दो आंदोलन
जब तक 24 घंटे पानी नहीं तब तक आंदोलन वापस नहीं !
नागपुर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता तथा आंदोलन के संयोजक वेदप्रकाश आर्य, शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर एवं पार्षद व मनपा पक्ष नेता दुनेश्वर पेठे ने आव्हान किया है कि आज शनिवार 23 जनवरी को दोपहर 3 बजे संविधान चौक से धरना आंदोलन की शुरूआत करेंगे, उसके बाद श्रृंखलाबद्ध तरीके से सम्पूर्ण नागपुर शहर में आंदोलन किया जाएगा। जब तक 24 घंटे पानी नहीं, तब तक आंदोलन वापस नहीं।
शहर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि नागपुर महानगरपालिका के जलप्रदाय विभाग के अधिकारी कर्मचारी काम नही करते है इसलिए पानी का निजीकरण करना आवश्यक है। नागपुर शहर में पानी के देखरेख, वितरण और जल शुद्धिकरण का ठेका OCW निजी कंपनी को 2012 में दिया गया था इस कंपनी को 2017 तक सम्पूर्ण नागपुर शहर में 24 घंटे पानी प्रत्येक घर मे देना था।
आज 2021 शुरू हो चुका है परंतु आज भी नागपुर शहर में मुश्किल से एक आधा घंटा भी पानी नहीं मिलता है, कई इलाकों में टैंकर के माध्यम से पानी वितरण किया जाता है। नागपुर में 24 घंटे पानी देने की बात कहकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूरे देश मे गलत प्रचार कर चुनाव में लोगों की सहानभूति और कई पदक प्राप्त किये। परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ।
2010 में महानगरपालिका जब स्वयं पानी की देखरेख, वितरण का कार्य करती थी तो मनपा 2010 - 2011 में 3 करोड़ फायदे में थी और नागरिको से पानी शुल्क 5 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से लिया जाता था , परंतु 2012 से मनपा ने निजी कंपनी OCW को पानी वितरण का ठेका दिया है तबसे पानी के दर प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत बढ़ाये जाते है आज पानी का शुल्क ग्राहकों से 8.13 रुपये प्रति यूनिट से लिया जाता है।
मनपा प्रतिवर्ष करीब 100 करोड़ रुपये से नुकसान में है अभी तक मनपा 7 वर्षों में 700 करोड़ रुपये नुकसान उठा चुकी है। अगर मनपा पानी वितरण, देखरेख का काम स्वयं चलाती तो आज मनपा की आय भी बढ़ती थी, उससे लोगों को नियमित पानी भी मिलता था जो पानी दर निजी कंपनी को खुश करने के लिए प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत रेट बढ़ाये जाते है वह भी नही बढ़ाने पडते थे और नागपुर की जनता को कम पैसे पानी मिलता था।
इस प्रकार साजिश रचकर निजी कंपनी को 25 वर्षो का ठेका देकर 8 वर्षों में 1500 करोड़ का मनपा का नुकसान करके बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। हमारे खून पसीने की कमाई के पैसे का दुरुपयोग किया है।