रक्तदान में संस्थाओं का सहयोग आवश्यक
नागपुर। लाकडाऊन में शैक्षणिक एवं अन्य संस्थानों के बंद होने के कारण रक्तदान शिविरों के आयोजन पर विपरीत असर पड़ा है। हालांकि जागरूक नागरिकों व सामाजिक संस्थाओं ने रक्तदान हेतु समुचित प्रयास किए हैं।
बावजूद इसके रक्त का अभाव बढ़ता जा रहा है। रक्तदान के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय समाजसेवी नरेंद्र सतीजा ने बताया कि रक्त की कमी के मद्देनजर महाराष्ट्र राज्य रक्त संक्रमण परिषद ने सामाजिक संस्थाओं से नवरात्रि के दौरान बड़ी तादाद में रक्तदान शिविर आयोजित करने की अपील की है।
गौरतलब है कि अक्टूबर माह को स्वैच्छिक रक्तदान मास के रूप में मनाया जा रहा है। इस हेतु सामाजिक संस्थाओं का सहयोग जरूरी है। राज्य सरकार के गृह विभाग ने भी नवरात्रि के दौरान गरबा, डांडिया आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन न कर आरोग्य संबंधी कार्यक्रम आयोजित करने की सूचना जारी की है।
इनमें रक्तदान शिविर प्रमुख है। उल्लेखनीय है कि सिंधु युवा फोर्स द्वारा गुड्डू केवलरामानी के नेतृत्व में रक्तदान हेतु उल्लेखनीय प्रयास किए गये हैं।
इसी तरह जी एस के ब्लड बैंक द्वारा घर पहुंच रक्त संकलन सेवा को शानदार प्रतिसाद मिला है। संकट के इस दौर में रक्तदाताओं का सहयोग जरूरी है।
जाहिर है रक्त न तो दुकानों में मिलता है और न ही कारखाने में बनता है। इसका एकमात्र स्त्रोत मानव शरीर ही है। सतीजा ने बताया कि शहर में शासकीय मेडिकल कालेज व मेयो हास्पिटल के अलावा लाइफ लाइन, साईनाथ, जीवन ज्योति, हेडगेवार, रेनबो, आयुश, लता मंगेशकर, डॉ. पोफली, जी एस के आदि ब्लड बैंक हैं जहां स्वतः पहुंचकर रक्तदान किया जा सकता है।
जो रक्तदाता ब्लड बैंक तक नहीं पहुंच पाते हैं वे डॉ. आशीष खंडेलवाल 9322041459 से संपर्क कर सकते हैं।