फुटपाथ तथा शोरूम के नियमों में भेदभाव क्यों
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प्रशासन की नजर में फुटपाथ विक्रेता से कोरोना संक्रमण नहीं फेलता ?
नागपुर। समाजसेवी सतीश चौधरी ने प्रशासन की अजीबोगरीब नीतियों के प्रति ध्यानाकर्षित किया है। गौरतलब है कि विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा तरह तरह के कर भरने वाले व्यापारियों को ही परेशान किया जा रहा है किंतु फुटपाथ पर व्यापार करने वालों को पूरी छूट मिली हुई है।
समूचे शहर में जगह - जगह खोमचे वालों की भरमार है लेकिन इनके लिए कोई नियम नहीं है। होटल वालों को गाइड लाइन पालन करने के आदेश दिए गए हैं।
इनमें पैकबंद पानी देना, सलाद न देना, खुले सामान न देना के अलावा तरह - तरह के नियमों के पालन के निर्देश जारी किए गए हैं।
ताज्जुब है फुटपाथों पर खुलेआम खाद्य पदार्थों की बिक्री बेरोकटोक जारी है। यहां कोई देखने तक नहीं आता। सैनिटाईजर, टेंपरेचर जांच तो दूर साफ सफाई का भी समुचित ध्यान नहीं रखा जाता।
दुकानों व शोरूमों में विभिन्न शासकीय विभागों के अधिकारी पहुंच जाते हैं, लेकिन फुटपाथों पर खरीदारी करने वालों की भीड़ पर कोई नियंत्रण नहीं है।
आखिरी यह कोरोना को खुला निमंत्रण नहीं तो और क्या है। प्रशासन चाहता है कि नियमों का पालन वही करें जो तरह - तरह के कर भरने के साथ साथ तमाम खर्च भी वहन करते हैं।
व्यापार जगत बुरी तरह आहत है लेकिन प्रशासन के गलत व्यवहार से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।