३० अक्टूबर को दमा - अस्थमा रोगियों को दवा
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श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर की ९५ वर्षों से परम्परा
नागपुर। श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर द्वारा गत ९५ वर्षों से परम्परा अनुसार दमा (अस्थमा) रोगियों को शरद पूर्णिमा के दिन शुक्रवार ३० अक्टूबर को मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर से सायं ६ से रात्रि ९ बजे तक आयुर्वेदिक दवा वितरित की जाएगी।
आयुर्वेदिक दवा विशेष विधि से तैयार खीर में (मिट्टी के पात्र में गोबरी की अग्नि पर लकड़ी के चम्मच से गाय के दूध से बिना शक्कर के तथा बिना पॉलिश के चावल से बनी) दी जाती है।
इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण प्रशासन के निर्देशानुसार मंदिर का मुख्य द्वार तथा दर्शन बंद रहेंगे। अतः रोगियों को यह दवा घर ले जाकर रात्रि जागरण करके प्रातः ४ बजे सेवन करनी चाहिए।
मंदिर परिसर में रोगियों के बैठने या रुकने की व्यवस्था नहीं रहेगी। रोगियों को दवा तथा खीर मिलाकर केले के पत्ते पर दी जावेगी अतः उन्हें मास्क लगाकर कोई बर्तन या डब्बा साथ में लाना होगा। दवा के साथ उन्हें खान - पान संबंधी निर्देशों का विवरण पत्र भी दिया जाएगा।
उन्हें उस दिन रात्रि में भोजन नहीं करना चाहिए तथा प्रातः दवा सेवन के पश्चात घूमने निकल जाना चाहिए। इस वर्ष मंदिर के भीतर होने वाले अन्य वार्षिक कार्यक्रम भजन, प्रसाद आदि नहीं होंगे। दवा लेने आने वाले रोगीयो एवं नागरिकों को बेरिकेड के पास सोशल डिस्टेंस का पालन करना अनिवार्य होगा।