एक बिल्डिंग ऐसी है जंहा सैकड़ो की संख्या में कौवे हो जाते हैं जमा
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संजय शर्मा
नागपुर। सम्पूर्ण श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजो को खिलाने की दृष्टि लोग पुरे शहर में कव्वो को ढूंढ़ते फिरते है किन्तु शहरीकरण की वजह से कागभुशण्ड जी के दर्शन बिरले ही होते है। किन्तु नागपुर शहर के मध्य में एक बिल्डिंग ऐसी है जंहा प्रातः ५ बजे व शाम ४ बजे सैकड़ो की संख्या में कौवे जमा हो जाते है व् सम्पूर्ण परिसर को अपनी कावं कावं से गूंजा देते है। तब उनका एक हितचिंतक उन्हें भोजन कराने आता है नित नए प्रकार का भोजन उन्हें मिलता है । कभी भीगे चावल कभी भीगे हुवे अन्य धन्य कभी कभी पुलाव कभी नमकीन व् करीब २ घंटे यंहा रहकर ये कागभुशण्ड अपना आहार लेकर अपने घरौंदों की और चले जाते है। उन्हें पिछले अनेक बरसो से आहार दे रहे अजय पांडे। श्री पाण्डे ने बताया की उनके पिता जब जीवित थे तब से अनेक बरसो से ये पक्षी गाडगे बाबा धर्मशाला की छत पर आते जाते हैं। इन कौवे के साथ साथ मैना, तोते, कोयल और आदि पक्षी भी यंहा आते जाते हैं। वे २०१२ से पंछियों को दाना पानी देने का काम सुबह शाम कर रहे है । वे बताते है की ये पक्षी अब मित्र जैसे लगने लगे हैं।