राजनीतिक दलों को सही में चिंता है तो अस्पताल तैयार करके दिखाएं : डॉ. बोधनकर
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नागपुर। शहर के प्रसिद्ध बालरोग विशेषज्ञ डॉ. उदय बोधनकर ने कहा कि जनप्रतिनिधि स्वयं की गलती को दूसरे के माथे पर मढ़ने का काम बंद करें। जो सामान्य कार्यकर्ता अपनी पूरी जिंदगी पार्टी के लिए दे देता है ऐसे में कार्यकर्ता और उनके रिश्तेदारों के लिए जरूरत के समय एक बेड व स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो सकें इसके लिए हर राजनीतिक दल को जिला स्तर पर स्वयं का एक अस्पताल तैयार करने की जरूरत हैं। नजदीकी कार्यकर्ता का इलाज कराने के लिए नेताओं को भी मशक्कत करनी पड़ रही हैं। भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक सक्षम बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा जिस प्रकार से चुनाव आते ही पार्टी के कार्यालय मतदाताओं की सेवा के लिए दे दिए जाते हैं उसी प्रकार से कोविड के मद्देनजर राजनीतिक दल अस्पताल जरूर बनाएं। शिवसेना हॉस्पिटल, राष्ट्रवादी हॉस्पिटल, कांग्रेस हॉस्पिटल, भाजपा हॉस्पिटल, मनसे हॉस्पिटल, शेकाप हॉस्पिटल, आरपीआई हॉस्पिटल, वंचित बहुजन हॉस्पिटल, एमआईएम हॉस्पिटल, बसपा हॉस्पिटल, प्रहार हॉस्पिटल, आम आदमी हॉस्पिटल बनाएं। उन्होंने बताया जिस दिन पूरे विदर्भ में अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज सभी दलों के अस्पताल स्थापित हो जाएंगे उस दिन कार्यकर्ता, गरीबों को मुफ्त में इलाज उपलब्ध होगा। वह दिन भारतीय राजनीति में सही मायने में स्वर्ण दिवस होगा। राजनीतिक दलों को सही में मतदाताओं की चिंता है तो कोविड अस्पताल तैयार करके दिखाएं। डॉ. बोधनकर ने कहा कि मेयो, मेडिकल अस्पताल गरीब व सामान्य रोगियों के लिए आशा का केंद्र है। लेकिन उनकी स्थापना के बाद अस्पताल के विकास की ओर ध्यान ही नहीं दिया गया। इस वजह से ८० फीसदी रोगी निजी अस्पतालों के भरोसे हैं। आज भी कोई जनप्रतिनिधि बीमार पड़ता है तो इलाज के लिए निजी अस्पताल में ही जाता है। कोविड पॉजट्वि नेता निजी अस्पतालों में इलाज कराते नजर आ रहे हैं। कोविड के बढ़ते मामलों की वजह से सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में बेड मिलना कठिन हो गया हैं। कोविड मरीजों के इलाज के लिए निजी डाक्टरों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।