मरम्मत की गारंटी देने पर ही ठेकेदारों को मिलेगा काम : गडकरी
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नागपुर। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फिक्की की ओर से बिटूकॉन कार्यक्रम में विभिन्न ठेकेदारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि सड़कों का निर्माण करते समय अच्छी गुणवत्ता बनाए रखकर निर्माण लागत को कम करें. इसके अलावा इसके बाद अब डामर सड़कों का निर्माण करते समय 10 साल के रखरखाव और मरम्मत की गारंटी देने पर ही ठेकेदारों को काम मिलेगा. श्री गडकरी ने कहा डामर सड़कों का निर्माण करनेवाले ठेकेदारों को भी निर्माण की गुणवत्ता से समझौता किए बिना लागत कम करने का प्रयास करना चाहिए. यदि आवश्यक हो तो दुनिया की किसी भी तकनीक का उपयोग करके निर्माण लागत को बचाया जाना चाहिए. श्री गडकरी ने कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने महामार्ग के निर्माण में अब तक 80 लाख मीट्रिक टन फ्लाय ऐश का उपयोग किया है. वर्तमान में थर्मल पावर प्लांट से 50 - 60 किमी के क्षेत्र में फ्लाय एश का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस कारण फ्लाय एश आसानी से उपलब्ध नहीं होती. डामर सड़कें 5 साल में खराब हो जाती हैं. ज्यादा बारिश वाले इलाके में डामर सड़कें और जल्दी खराब हो जाती हैं. इसलिए डामर सड़कों के रखरखाव और मरम्मत के लिए 10 साल की गारंटी लेने वाले कंपनी को ही यह काम दिया जाएगा. उन्होंने कहा, उच्च प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाली डामर सड़कें 10 साल तक खराब नहीं होंगी. इस बारे में कंपनियों को अब सोचना चाहिए. साथ ही सड़क निर्माण के लिए आवश्यक मिट्टी और मुरुम को क्षेत्र की झीलों, तालाबों, नदियों और नालों को गहरा करके प्राप्त किया जाना चाहिए, ताकि सड़क निर्माण के साथ-साथ जलसंधारण भी हो सके. इस प्रकार का काम बुलढाणा जिले में बड़े पैमाने पर हुआ है. पुलों के निर्माण में स्टील के बजाय स्टील फाइबर का इस्तेमाल करने से लागत कम होती है. डामर सड़कों का निर्माण करते समय नए संशोधन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.