नागपुर। वामा विमर्श मंच का आई बसंत बहार कार्यक्रम किंग्सवे में बड़े ही उत्साह से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष नागपुर विश्वविद्यालय की पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा दाढे थीं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आगरा से पधारी अवकाश प्राप्त प्राचार्या डॉ सुषमा सिंह थी। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डॉ. ज्योति गजभिए ने किया । दीप प्रज्वलन अतिथियों द्वारा होने के पश्चात सरस्वती वंदना ऋतु आसई द्वारा संपन्न हुई।
कार्यक्रम में बसंत ऋतु पर आकर्षक कविताएं पढ़ी गई। डॉ सुषमा सिंह ने जापानी काव्य विधा हायकु की व्याख्या करते हुए कुछ हायकु और कविताएं सुनाईं साथ ही मदनोत्सव का महत्व समझाया। डॉ. वीणा दाढ़े ने अध्यक्षीय भाषण में बसंत ऋतु को नवपरिवर्तन की ऋतु कहा और यह किस तरह संपूर्ण धरा को उल्लास से भर देती है यह बताया।
सभी सदस्य पीले वस्त्रों में सम्मिलित हुए जिससे वातावरण अत्यंत मनमोहक प्रतीत हो रहा था। कार्यक्रम में निर्मला पांडे, रूबी दास और उमा हरगण ने बसंत पर कवितायें सुनायीं। सखियों ने उखाने भी सुनाये।
प्रमुख रूप से संतोष बुद्धिराजा, ऋतु आसई, विशाखा खंडेलवाल, रेशम मदान, जिगिशा शाह, शिवानी सिंह, लक्ष्मी वर्मा, सरिता त्रिवेदी, अनिता गायकवाड़, अर्चना पवार, किरण बोरकर, अर्चना चौरसिया,