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न्यू आर्ट्स कॉलेज के हिंदी विभाग को 71 शोध प्रबंध सादर समर्पित


नागपुर/अहमदनगर। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिला मराठा विद्या प्रसारक समाज से संलग्नित न्यू आर्ट्स, कॉमर्स व सांइस कॉलेज, अहमदनगर के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग व शोध केंद्र को महाविद्यालय के स्थापना समय के 1970 के प्रथम बैच के छठवें क्रमांक पर प्रवेशित पूर्व छात्र प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख, पुणे ने अपने निजी ग्रंथालय के 52 हिंदी शोध प्रबंध व 19 हिंदी लघु शोध प्रबंध भेंट स्वरूप सादर समर्पित किये। इनमें डॉ. शेख़ द्वारा निर्देशित शोध प्रबंधों तथा बाह्य परिक्षक के रुप में मूल्यांकित किए गए शोध प्रबंधों व लघु शोध प्रबंधों का समावेश है।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भास्कर झावरे के करकमलों से ये सभी शोध प्रबंध महाविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग एवं हिंदी शोध केंद्र के अध्यक्ष प्रो. डॉ. हनुमंत दशरथ जगताप को प्रदान किये गये। इस अवसर पर शोध केंद्र के प्रो. डॉ. अशोक द्रोपद गायकवाड एवं सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे के अहमदनगर उपकेंद्र की सुश्री नसीम समींदर शेख की गरिमामयी उपस्थिति रही। प्राचार्य डॉ. भास्कर झावरे जी ने इस मह‌नीय उपलब्धि पर हार्दिक संतुष्टि प्रकट की। न्यू आर्ट्स, कॉमर्स व सांइस कॉलेज, अहमदनगर का हिंदी शोध केंद्र सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय स्तर पर अग्रक्रम पर है। इस शोध केंद्र में लगभग 20 शोध निर्देशकों के निर्देशन में सौ से अधिक शोधार्थी शोधरत हैं। 

ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से संलग्नित  पारनेर तहसील के पिंपलगांव तुर्क इस छोटे से ग्राम में जन्मे प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख, पुणे ने 1978 से प्राध्यापक के रूप में अपनी अध्यापकीय सेवाएँ आरंभ की। पूर्व सांसद यशवंतराव जी गडाख पाटिल द्वारा संस्थापित मुळा एज्युकेशन   सोसाइटी के नेवासा के स्थानीय श्री ज्ञानेश्वर महाविद्यालय (पूर्वाश्रम के श्री ज्ञानेश्वर विद्या प्रसारक मंडल से संलग्नित) में तीस वर्ष तथा सोनई महाविद्यालय में दो वर्ष तक अपनी अध्यापकीय सेवाएँ दी है। 

तत्‌पश्चात पूर्व विधायक एम. एम. शेख साहब द्वारा संस्थापित लोकसेवा एज्युकेशन सोसाइटी के लोकसेवा कला व विज्ञान महाविद्यालय में प्राचार्य के रूप में साढ़े आठ वर्ष तक प्रशासकीय सेवाएं देते हुए अपने जीवन के चालीस वर्ष छह माह की शिक्षा क्षेत्र की सेवाओं से डॉ. शहाबुद्दीन शेख 31 दिसंबर 2018 को  सेवा निवृत्त हुए। संप्रति डॉ. शेख राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के परम अनुयायी आचार्य विनोबा भावे जी की सद्प्रेरणा से स्थापित नागरी लिपि परिषद, गांधी स्मारक निधि, राजघाट, नई दिल्ली के कार्याध्यक्ष तथा विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के रूप में भाषा, लिपि, शिक्षा, समाज, शोध व साहित्य के क्षेत्र में अनुपम योगदान कर रहे हैं।
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